इंदौर। उच्चतम न्यायालय ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुनवाई बुधवार को पूरी कर ली। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक शीर्ष नेता ने इस संवेदनशील मुकदमे का "अच्छा नतीजा" निकलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि इस मसले को हल करने की राह का अहम पड़ाव पार कर लिया गया है।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने नई दिल्ली से फोन पर "पीटीआई-भाषा" से कहा, "अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि पर हिन्दुओं का मालिकाना हक होने को लेकर शीर्ष अदालत में बेहद मजबूती से पक्ष रखा गया। इससे हमें उम्मीद है कि मुकदमे का अच्छा नतीजा निकलेगा।"
मध्यप्रदेश और राजस्थान के उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, "हम उच्चतम न्यायालय से यह अपेक्षा भी करते हैं कि वह मुकदमे में एकदम स्पष्ट फैसला सुनायेगा।"
उन्होंने कहा, "शीर्ष अदालत में मुकदमे की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से जिस तरह हमेशा अड़ंगे डाले गये, उस लिहाज से आज का दिन ऐतिहासिक कहा जा सकता है क्योंकि दलीलें पूरी होने के बाद मुकदमेबाजी का बरसों से जारी अध्याय अब समाप्त हो गया है। ऐसे में हमें तसल्ली है कि अयोध्या विवाद के समाधान की दिशा में एक अहम पड़ाव पार कर लिया गया है।"
हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल ने कहा, "वैसे तो हम हर पक्षकार की तरह अपने हक में बेहतरीन फैसले की उम्मीद कर रहे हैं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो हम कानून बनाये जाने या संवैधानिक दायरे के अन्य विकल्पों के जरिये राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किये जाने की मांग करेंगे।"
कोकजे ने यह भी कहा कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच न्यायमूर्तियों की संविधान पीठ ने मुस्लिम पक्षकारों की ओर से बहस करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन के एक नक्शा फाड़ने के "असामान्य वाकये" के वक्त बेहद परिपक्वता का परिचय दिया और मुकदमे की सुनवाई पूरी करके ही दम लिया।
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