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Hindi News भारत राष्ट्रीय मुख्य सचिव मारपीट मामले में केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी, पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बने 'सरकारी गवाह'

मुख्य सचिव मारपीट मामले में केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी, पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बने 'सरकारी गवाह'

मारपीट और बदसलूकी के इस केस में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 11 विधायकों के नाम हैं। दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट नंबर 16 में इस मामले में सील कवर में 1533 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है।

मुख्य सचिव मारपीट मामले में केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी, पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बने 'सरकारी गव- India TV Hindi मुख्य सचिव मारपीट मामले में केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी, पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बने 'सरकारी गवाह'

नई दिल्ली: मुख्य सचिव से मारपीट मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार और राजनीतिक सचिव विवेक यादव को सरकारी गवाह बनाया गया है। दिल्‍ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी (नॉर्थ) हरेन्द्र कुमार के मुताबिक, इस मामले में विभव कुमार और विवेक यादव सरकारी गवाह बन गए हैं। बता दें कि विभव कुमार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेट्री हैं, जबकि विवेक यादव पॉलिटिकल सेक्रेट्री हैं। कुमार के मुताबिक, दोनों खुद सरकारी गवाह बने हैं।

मारपीट और बदसलूकी के इस केस में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 11 विधायकों के नाम हैं। दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट नंबर 16 में इस मामले में सील कवर में 1533 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है।

ये था पूरा मामला
चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश 19 फरवरी की देर रात एक बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर गए थे। आरोप है कि उस दौरान केजरीवाल के सामने आप विधायकों ने उनके साथ मारपीट की थी।

केजरीवाल के घर पर हुए हंगामे के दौरान वहां मौजूद रहे पूर्व विधायक संजीव झा ने मुख्य सचिव के आरोपों को गलत बताया था। उनका कहना था कि महज 3 मिनट में उनके साथ मारपीट कैसे हो सकती है। उन्होंने कहा कि राशन के मसले पर चर्चा शुरू हुई थी लेकिन बातचीत सुनने की बजाए चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि वह उनके प्रति जवाबदेह नहीं हैं।

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