नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर आए दिन नई-नई अफवाहें फैलती रहती हैं, उनमें से कुछ ऐसी होती है जो जानबूझकर बड़े ही सुनियोजित तरीके से फैलाई जाती हैं तो वहीं कुछ ऐसी भी होती हैं जो लोगों की जानकारी के आभाव में फैलती चली जाती है। इसीलिए सोशल मीडिया पर फैलने वाली बातों का समय-समय पर फैक्ट चेक करना जरूरी हो जाता है।
Aspirin से ठीक हो जाता है Coronavirus?
सरकार या सरकार की स्कीमों से जुड़ी अफवाहों को लेकर फैक्ट चेक करने वाली PIB की फैक्ट चेक बिंग ने व्हाट्सएप पर फैल रहे उसे संदेश का फैक्ट चेक किया है जिसमें दावा किया जा रहा था कि Aspirin दवा से कोरोना वायरस को ठीक किया जा सकता है। PIB की फैक्ट चेक बिंग ने व्हाट्सएप पर फैल रहे इस संदेश के दावे को गलत बताया।
गलत निकला दावा
PIB की फैक्ट चेक बिंग ने ट्वीट किया, "एक वायरल व्हाट्सएप फॉरवर्ड संदेश का दावा है कि COVID-19 एक बैक्टीरिया है जो इंट्रावस्कुलर कॉगुलेशन (थ्रोमबोसिस) का कारण बनता है और Aspirin से उसे ठीक किया जा सकता है।- यह दावा गलत है। COVID-19 एक वायरस है, जिसका अभी तक कोई भी लाइसेंस्ड दवाई उपलब्ध नहीं है।"
ठंड में ज्यादा फैल सकता है कोरोना वायरस?
नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने बताया था कि सर्दी के मौसम में कोरोना वायरस जैसे वायरस ज्यादा तेजी से बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा था, 'चिंता इस बात की है कि ठंड के मौसम में यह महामारी हमारे ऊपर फिर कहर बरपा सकती है और हालात नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं।" दरअसल, कोरोना वायरस जिस प्रकार का वायरस है, उसके सर्दियों में ज्यादा तेजी से फैलने की संभावना रहता है। इसकी जानकारी भी डॉक्टर वीके पॉल ने ही दी।
ठंड में क्यों बढ़ सकता है कोरोना?
डॉक्टर वीके पॉल ने बताया कि कोरोना वायरस एक रेस्पिरेटरी वायरस है और यह रेस्पिरेशन के जरिए ही शरीर के अंदर आता है। उन्होंने बताया कि जो रेस्पिरेटरी वायरस होते हैं, उनकी टेंडेंसी होती है कि सर्दी के मौसम में उनका प्रकोप कई तरह से बढ़ता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 नया वायरस है और अभी इसके बारे में हर चीज मालूम नहीं है। उम्मीद करते हैं कि यह पहले की तरह ही व्यवहार करेगा।
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