LIVE: आसाराम को उम्रकैद की सजा
जोधपुर जेल में बनी स्पेशल कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने एक हजार छह सौ बावन दिन बाद आसाराम के गुनाहों का इंसाफ कर दिया यानी आसाराम को अब जेल में ही रहना होगा...
LIVE आसाराम बापू रेप केस फैसला, जोधपुर: नाबालिग से रेप केस में आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने दोषी करार दिया है। जोधपुर कोर्ट ने अब से थोड़ी देर पहले आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया। जोधपुर जेल में बनी स्पेशल कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने एक हजार छह सौ बावन दिन बाद आसाराम के गुनाहों का इंसाफ कर दिया यानी आसाराम को अब जेल में ही रहना होगा। इस मामले में आसाराम के साथ चार और आरोपी भी थे। जज मधुसूदन शर्मा ने शिल्पी और शरत चंद्र को भी रेप केस में दोषी करार दिया जबकि शिवा और प्रकाश को बरी कर दिया। आसाराम की सजा पर जोधपुर जेल में बनी विशेष अदालत में बहस पूरी हो चुकी है और किसी भी समय फैसला आ सकता है। आसाराम के वकीलों ने उनकी उम्र और बीमारी का हवाला दिया और कम से कम सजा देने की मांग की है। दूसरी ओर पीड़ित के पिता ने आसाराम को कड़ी सज़ा देने की मांग की है।
Asaram Bapu Verdict LIVE UPDATES:
- जोधपुर कोर्ट में आसाराम की सज़ा पर बहस पूरी हो चुकी है, सजा का ऐलान किसी भी वक्त हो सकता है।
- आसाराम की तबीयत बिल्कुल ठीक है, कोर्ट रूम में आराम से बैठा है आसाराम- जोधपुर जेल के DIG
- आसाराम की सजा पर बहस चल रही है। आसाराम के वकीलों ने कम से कम सजा की अपील की। वकीलों ने उम्र और बिमारी का हवाला दिया।
- जोधपुर पुलिस ने जज से आज ही सजा सुनाने की अपील की, जोधपुर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का हवाला दिया।
- सजा का ऐलान आज ही हो सकता है- सूत्र
- आसाराम को कड़ी सजा मिलेगी- पीड़ित के पिता
- नाबालिग से रेप केस में आसाराम दोषी करार। आसाराम, शिल्पी और शरत दोषी करार। जोधपुर कोर्ट ने शिवा और प्रकाश को बरी किया।
- कोर्ट में कार्यवाही जारी, कुछ ही देर में आएगा फैसला
- जज के सामने पहुंचे आसाराम। आसाराम ने जज को 15 मिनट का इंतजार कराया। पूजा की वजह से 15 मिनट की देरी से पहुंचे
- आसाराम के साथ 4 सहआरोपी भी कोर्ट रूम में मौजूद। शिवा, शिल्पी, प्रकाश और शरत कोर्ट रूम में मौजूद।
- हमें आसाराम के बरी होने की उम्मीद- आसाराम के वकील
- सह आरोपियों शिवा, शिल्पी और शरतचंद को जोधपुर जेल लाया गया।
- जज मधुसूदन ने वकीलों को कोर्ट में जाने की इजाजत दी। 10 से 10.30 बजे के बीच आएगा फैसला
- जेल की कोर्ट में जाने वाले वकीलों को ऑर्डर मिला, कौन-कौन से वकील जाएंगे इस पर सुनवाई पूरी। पांचों आरोपियों के वकील जेल कोर्ट में पहुंचेंगे।
- जज कोर्ट रूम में अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं। जज उन एप्लीकेशन पर सुनवाई कर रहे है जिसमे वकीलों और आरोपियो के कोर्ट से जेल तक जाने की अनुमति मांगी गई है।
- इस केस में कौन-कौन है आरोपीः आसाराम मुख्य आरोपी, शिवा उर्फ सवाराम (आसाराम का प्रमुख सेवादार), प्रकाश द्विवेदी (आश्रम का रसोइया), शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता, शरदचंद्र उर्फ शरतचंद्र
- जोधपुर सेंट्रल जेल में शांत दिखे आसाराम, कहा- 'हुआ है वही जो राम रचि राखा।'
- जज मधुसूदन शर्मा जोधपुर कोर्ट पहुंचे
- आसाराम से जुड़े सभी वकील कोर्ट रूम में, जेल के अंदर कौन-कौन होगा जज मधुसूदन शर्मा तय करेंगे
- जोधपुर जेल के बाहर से आसाराम के एक समर्थक को पुलिस ने हिरासत में लिया
- सुबह 8 बजे से जोधपुर जेल में कोर्ट की कार्यवाही शुरू, सुरक्षा के मद्देनज़र जेल में ही बैरक नंबर 2 के पास सुनवाई
- जोधपुर जेल के अंदर बने कोर्ट रूम में जज मधुसूदन शर्मा सुनाएंगे फैसला
- आसाराम मामले में जेल में फैसला सुनाने के लिए जोधपुर कोर्ट से कुछ जरूरी इक्विपमेंट जेल ले जाया जा रहा
होगा वही जो भगवान चाहेंगे- आसाराम
कुछ घंटे बाद एक ऐसा फैसला आएगा, जिससे तय हो जाएगा कि खुद को संत और साधु कहने वाले आसाराम पर लगे रेप के आरोप सही हैं या नहीं...साफ हो जाएगा कि आसाराम को सजा मिलेगी या वो बरी होगा। फैसले से पहले आसाराम ने कहा, होगा वही जो भगवान चाहेंगे।
जोधपुर सेंट्रल जेल में बना कोर्ट रूम
आज जोधपुर सेंट्रल जेल की बैरक नंबर दो पास बनाए गए कोर्ट रूम में फैसला सुनाया गया। जोधपुर जेल में ये दूसरा मौका है, जब जेल में कोर्ट लगी और फैसला सुनाया गया। 31 साल पहले टाडा कोर्ट बनी थी और कठघरे में अकाली नेता गुरचरणसिंह टोहरा खड़े थे। आज वहीं आसाराम और उनके चार सहयोगी भी अपना फैसला सुनेंगे।
कौन हैं आसाराम बापू?
- आसाराम बापू का पुराना नाम आसुमल हरपलानी था, आसुमल ने लीलाशाह को अपना आध्यात्मिक गुरु माना
- लीलाशाह ने आसुमल को आध्यात्म से जुड़ने का रास्ता बताया बाद में आसुमल सबकुछ छोड़कर हरिद्वार आ गए
- हरिद्वार पहुंचे पर आसुमल की टाटवाले बाबा से मुलाकात हुई, टाटवाले बाबा बिरला घाट पर सीढ़ियों के नीचे खुले में रहते थे
- टाटवाले बाबा से कई बड़ी हस्तियां मिलने आती थीं, बाद में साल 1970-71 के आसपास आसुमल प्रवचन देने लगे
- प्रवचन के दौरान ही आसुमल ने अपना नाम आसाराम रख लिया
आसाराम पर जोधपुर के पास मनई गांव के आश्रम में नाबालिग बच्ची के यौन उत्पीड़न का आरोप है। जिस वक्त नाबालिग बच्ची के साथ यौन शोषण हुआ, वो आसाराम के आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रही थी। आसाराम 31 अगस्त 2013 से जेल में हैं। इस मामले की कोर्ट में चार साल पांच महीने तक सुनवाई चली। इस महीने सुनवाई पूरी हुई और जज साहब ने सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसला आज यानी 25 अप्रैल के लिए सुरक्षित रख लिया था।
आसाराम पर जिन धाराओं में केस दर्ज हुआ उनमें धारा 342 है, जिसमें गलत तरीके से बंधक बनाने के लिए एक साल तक कैद हो सकती है। धारा 376 में बलात्कार के लिए 7 से 10 साल तक कैद हो सकती है। धारा 506 में 2 साल की सजा मिल सकती है। धारा 509 के तहत महिलाओं से अभद्र बातचीत के आरोप में 1 साल की सजा और POCSO एक्ट के तहत उम्रकैद की सजा मिल सकती है।
जोधपुर में आसाराम समर्थकों को 'नो-एंट्री'
आसाराम पर फैसले को देखते हुए जोधपुर छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस को आशंका है कि राम-रहीम पर आए फैसले के बाद जिस तरह उनके उपद्रव किया था, कुछ वैसा ही इसबार भी करने की कोशिश हो सकती है। यही वजह है कि जोधपुर सेंट्रल जेल से लेकर शहर के एक-एक कौने पर नजर रखी जा रही हैं। आसाराम पर फैसले से पहले जोधपुर शहर में आज पुलिस, आरएसी के जवानों ने फ्लैग मार्च किया। जोधपुर की सड़कों पर पुलिस का ये फ्लैग मार्च आसाराम के अंधभक्तों से निपटने की तैयारी है। आसाराम के भक्तों को साफ मैसेज हैं कि कानून तोड़ा तो बख्शा नहीं जाएगा।