नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है। ओवैसी और उनकी पत्नी ने Covishield वैक्सीन की टीका लगवाया है। इससे पहले औवेसी ने कोविशील्ड वैक्सीन पर खुद ही सवाल उठाए थे लेकिन अब उन्होनें इसे ही कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगवा लिया है।
औवेसी ने कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कहा "आज कोवीशील्ड को वैक्सीन को मैने और मेरी पत्नी ने लगवाया है, सभी से मेरी गुजारिश है कि तुरंत वैक्सीन लीजिए, क्योंकि आपकी जान बचाना जरूरी है, बड़े अफसोस की बात है कि बड़े-बड़े शहरों और राज्यों में फिर से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए जरूरी है कि जिनको वैक्सीन लेना है वे तुरंत जाकर वैक्सीन लगवाएं।"
जब प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS) में वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी तब ओवैसी ने जर्मन सरकार के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वहां की सरकार ने यह बताया कि कोविशील्ड 64 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों पर उतना इफेक्टिव नहीं है, जितना कि 18 से 64 साल के आयुवर्ग वालों के लिए है। ओवैसी ने कहा था ऐसे में क्या सरकार इस संबंध में लोगों का भ्रम दूर कर सकती है? उन्होंने यह भी कहा था कि 'यह एक संयोग है कि पीएम ने आज भारत बायोटेक की वैक्सीन ली है।
देशभर में कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए वैक्सीन का टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है, एक दिन में अघिकतम 30 लाख लोगों को टीका लगाने का आंकड़ा छुआ जा चुका है और अबतक देशभर में 4.50 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। देश में वैक्सीन के टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ था।
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