नई दिल्ली। राम मंदिर के मुद्दे पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आए बयान और उन बयानों पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया पर असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है और भाजपा नेताओं के बयान को सुप्रीम कोर्ट की तौहीन बताया है। हैदराबाद से सांसद और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि भाजपा नेताओं को कैसे पता है कि फैसला उनके पक्ष में आएगा। उन्होंने कहा ''इसपर फैसला सुप्रीम कोर्ट को लेकना है, आप (भाजपा नेता) तो तय करने वाले नहीं हैं, निर्णय तो सुप्रीम कोर्ट लेगा।''
असदुद्दीन औवैसी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है, उन्होंने कहा कि कोर्ट पहले भी इंसाफ करता आया है और उम्मीद है कि इस बार भी कोर्ट इंसाफ करेगा। ओवैसी ने राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता करने वाली की चिट्ठी लीक होने पर भी सवाल उठाए और पूछा कि यह चिट्ठी कैसे मीडिया तक पहुंच गई।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा है कि राम मंदिर के मुद्दे पर सुनवाई 18 अक्तूबर तक पूरी होने की उम्मीद है, उन्होने कहा है कि जरूरत पड़ी तो सुनवाई का समय बढ़ाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर शनिवार को भी सुनवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दे की सुनवाई 5 जजों की संविधान पीठ कर रही है और मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई उस पीठ में शामिल हैं।
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