मथुरा: दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी का कहना है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए शहर की केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। वह राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर तनिक भी प्रयत्न नहीं कर रही है उल्टे, पराली का बहाना बनाकर अपने ऊपर लगने वाले आरोपों से बचने का प्रयास कर रही है। वृन्दावन के वात्सल्य ग्राम परिसर में रविवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान तिवारी ने कहा कि दिल्ली में पराली के कारण मात्र आठ प्रतिशत प्रदूषण है, जबकि 92 प्रतिशत प्रदूषण के कारणों की बात दिल्ली सरकार नहीं कर रही है।
उन्होंने दिल्ली सरकार को सलाह दी कि वह भी हरियाणा की तर्ज पर किसानों से पराली खरीदे और बिजली बनाए, ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके। दिल्ली सरकार के प्रचार विज्ञापनों पर परोक्ष रूप से व्यंग्य करते हुए तिवारी ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार यदि अपने विज्ञापन के बजट में से कटौती कर 20 करोड़ की पराली खरीद ले तो किसान भी मालामाल हो जाएं और पराली से होने वाला प्रदूषण भी नहीं होगा।’’ उन्होंने आज से लागू हो रही ‘सम-विषम योजना’ को दिल्लीवासियों के जी का जंजाल बताते हुए कहा, ‘‘यह तभी सफल और संभव होगा जब शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था दुरुस्त हो। इस प्रकार तो यह कमी को छिपाने की कोशिश भर है।’’
अगले वर्ष दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की स्थिति के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में तिवारी ने कहा, ‘‘दिल्ली में भाजपा को 21 साल सरकार से दूर रखने का खामियाजा दिल्ली भुगत चुकी है। अगली बार दिल्ली के लोग ऐसी गलती नहीं करेंगे। अब दिल्ली को विश्वास है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली को सर्वश्रेष्ठ दिल्ली बनाएगी।’’राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के संभावित फैसले के बारे में सांसद ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय से राम मंदिर के मामले में जो भी निर्णय आए उसे देश को स्वीकार करना चाहिए। हमें विश्वास है कि निर्णय हमारे पक्ष में आएगा।’’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बार-बार भगवान राम के मंदिर निर्माण पर विवाद पैदा करने की कोशिश की, उनके जो प्रमाण और बातें हैं वह अपर्याप्त हैं। राम जन्मभूमि को लेकर हमने जो साक्ष्य दिए हैं उससे लगता है कि हमारी जीत होगी।
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