दिल्ली आग हादसा: अरविंद केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख के मुआवजे का ऐलान
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अनाज मंडी में हुए भीषण आग हादसे पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। मैंने इसमें मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अनाज मंडी में हुए भीषण आग हादसे पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। मैंने इसमें मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होनें कहा कि मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि घायल लोगों की चिकित्सा उपचार का खर्च सरकार द्वारा उठाया जाएगा। आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में रविवार सुबह आग लगने से 43 श्रमिकों की मौत हो गई और कई लोग झुलस गए। पुलिस ने बताया कि एक आवासीय इलाके में चल रही फैक्ट्री में आग लगने के समय 59 लोग अंदर थे।
आग लगने की जानकारी सुबह 5 बजकर 22 मिनट पर मिली जिसके बाद दमकल के 30 वाहन घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर हृदय विदारक दृश्य पसरा हुआ था। फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के रिश्तेदार और स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर भाग रहे थे। आग की चपेट में आए लोगों के परेशान परिवार विभिन्न अस्पतालों में अपने संबंधियों को खोज रहे थे। मृतकों और झुलसे लोगों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है। बिहार के बेगूसराय के रहनेवाले 23 वर्षीय मनोज ने बताया कि उनका 18 साल का भाई इस हैंडबैग बनाने वाली इकाई में काम करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे भाई के दोस्त से मुझे जानकारी मिली कि वह इस घटना में झुलस गया है। मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उसे किस अस्पताल में ले जाया गया है।’’ एक अज्ञात बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, ‘‘कम से कम इस इकाई में 12-15 मशीनें लगी हुई हैं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि फैक्ट्री मालिक कौन है।’’ उन्होंने बताया कि उनके तीन रिश्तेदार इस फैक्ट्री में काम करते हैँ। व्यक्ति ने कहा, ‘‘मेरे संबंधी मोहम्मद इमरान और इकरमुद्दीन फैक्ट्री के भीतर ही थे और मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि अब वे कहां हैं।’’ उन्होंने बताया कि इस परिसर में कई इकाइयां चल रही हैं। यह इलाका बेहद संकरा है। वहीं दमकल कर्मियों ने बताया कि कई फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया है और उन्हें आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और हिंदू राव अस्पताल पहुंचाया गया है।
एलएनजेपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर किशोर सिंह ने बताया कि इस अस्पताल में 34 लोगों को मृत लाया गया था और लोगों के मरने की पीछे की मुख्य वजह धुएं की चपेट में आकर दम घुटना है। कुछ शव जले हुए थे। उन्होंने बताया कि एलएनजेपी में लाए गए 15 झुलसे लोगों में से नौ निगरानी में हैं और कई आंशिक रूप से झुलसे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को ‘‘बेहद भयावह’’ बताया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि दमकल कर्मी हर संभव कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ बेहद दुखद। बचाव अभियान जारी है और दमकलकर्मी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आग में झुलसे लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।’’