पणजी: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने सोमवार को गोवा तट पर पूरे विश्व का चक्कर लगाकर पहुंची नौसेना की जाबांज महिलाओं का स्वागत किया। आठ महीने से ज्यादा समय में समुद्र के रास्ते दुनिया को नापने वाली ‘ आईएनएसवी तारिणी ’ की चालक दल की महिला सदस्य यहां पहुंच गईं।
इस अभियान का नाम ‘ नाविका सागर परिक्रमा ’ था और पिछले साल 10 सितंबर को आईएनएस मांडवी बोट पुल से रवाना किया गया था। इस अभियान का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही थीं और इसमें चालक दल की सदस्य लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल , स्वाति पी , लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोड्डापति , एस विजया देवी और पायल गुप्ता सहित अन्य थीं। इन्होंने 55 फुट के ‘ आईएनएस तारिणी ’ में अपनी यह यात्रा पूरी की।
भारतीय नौसेना में इसे पिछले साल 18 फरवरी को शामिल किया गया था। नौसेना ने बताया कि सभी महिला चालक सदस्य द्वारा हासिल की गई यह पहली उपलब्धि है। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह यात्रा छह चरण में पूरी की गई है और चालक दल ने इस दौरान फ्रेमांटले (ऑस्ट्रेलिया), लाइटिलटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टैनली (फॉकलैंड द्वीप), केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) और मॉरीशस में अपना पड़ाव डाला। प्रवक्ता ने बताया कि चालक दल ने अपनी यात्रा के दौरान 21,600 नॉटिकल माइल की दूरी तय की और दो बार भूमध्य रेखा , तारिणी चार महाद्वीपों और तीन सागरों को पार किया।
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