नई दिल्ली। केरल के गवर्नर और इस्लाम के बड़े जानकार आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि निजामुद्दीन मरकज की तबलीगी जमात के यहां कुरान का कोई जिक्र नहीं होता है और यह जमात लोगों के अंदर अंधविश्वास भरने का काम करती है। आरिफ मोहम्मद खान ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम में बताया कि तबलीगी जमात के लोग जिस धार्मिक विचार को फैलाते हैं खुद ही उसका पालन नहीं करते, उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात के पूर्व चीफ और उससे पहले के चीफ अपना उपचार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डाक्टर से कराते थे लेकिन लोगों को कहते हैं कि सिर्फ उसी डॉक्टर की बात मानी जा सकती है जो दीनदार हो।
आरिफ मोहम्मद खान ने इंडिया टीवी से बताया कि तबलीगी जमात के लोग ऐसे भाषण देते हुए देखे गए हैं जिसमें लोगों को अपना उपचार दीनदार डॉक्टर से ही कराने की राय दी जा रही है, लेकिन साथ में यह बोलते हुए भी देखे गए हैं कि अगर डाक्टर मस्जिद में नहीं आने की सलाह देता है तो उसकी बात भी नहीं मानेंगे।
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि यू ट्यूब पर ऐसी वीडियो पड़े हुई हैं जिनमें तबलीगी जमात के लोग कह रहे हैं कि सरकार ने लॉकडाउन मस्जिदों में नहीं आने की एडवायजरी की है उसे मत मानिए और मस्जिदों में ही रहिए। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि तबलीगी जमात के जो लोग निजामुद्दीन से चलकर जब अपने-अपने जिलों और अपने-अपने गांवों में गए, और किसी को पता नहीं है कि ये ऐसी जगह से आ रहे हैं जहां संक्रमण फैला हुआ है, और वहां पर उन देशों के लोग भी थे जहां भारी संक्रमण फैला हुआ है, तो कल्पना कर लीजिए कि ऐसे लोगों ने अपने गांवों और जिलों में जाकर कितने लोगों को संक्रमित किया होगा।
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