नयी दिल्ली: जासूसी एवं जांच करने वाले पेशेवरों के संघ (एपीडीआई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान बाजार में घटिया और नकली सामान की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। संघ ने कहा कि इन नकली उत्पादों से देश के सामने गंभीर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
एपीडीआई के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने इस महीने की शुरुआत में मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं लॉकडाउन के दौरान बाजारों में आने वाले घटिया और नकली उत्पादों से पैदा होने वाले जोखिमों को आपके संज्ञान में लाने के लिए लिख रहा हूं, जिनसे गंभीर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी चुनौतियां पैदा हो सकती हैं।’’ पत्र में जोर देकर कहा गया कि इस चुनौतीपूर्ण समय का फायदा धोखेबाज उठा रहे हैं और विशेष रूप से जालसाज हमारे निर्दोष नागरिकों को घटिया सामान बेचने में लगे हैं।
उद्योग के अनुमान के अनुसार नकली सामानों की बिक्री से भारतीय अर्थव्यवस्था को सालाना एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होता है। प्रत्येक सफल ब्रांड इस खतरे से पीड़ित है, जिसमें दवा, एफएमसीजी, ऑटोमोटिव, शराब, सीमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां शामिल हैं। एपीडीआई ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों को इस समस्या को दूर करने के लिए निर्देश दिया जाए।
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