कोलकाता/गुवाहाटी/पटना/शिलॉन्ग: पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में गुरुवार को हालात शांतिपूर्ण रहे लेकिन बिहार में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में वामदल से जुड़े छात्र संगठनों द्वारा आहूत बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेल और सड़क यातायात को बाधित किया। इस बंद का समर्थन छोटे दलों ने भी किया। पटना में, एआईएसएफ और एआईएसए जैसे वाम समर्थित छात्र संगठनों के कार्यकर्ता सुबह राजेंद्र नगर टर्मिनस में प्रवेश कर पटरियों पर बैठ गए। इससे करीब आधे घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा।
आरपीएफ के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा जिसके बाद यातायात को बहाल किया जा सका। सुबह 10 बजे पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी (JAP) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने स्टेशन के सामने वाली सड़क पर टायर जलाए। कार्यकर्ता पटरियों पर बैठ गए। एक आवासीय क्षेत्र की तरफ जा रही एम्बुलेंस में तोड़फोड़ की गई। दरभंगा जिले में CPM कार्यकर्ता लहरिया सराई स्टेशन पर पटरियों पर बैठ गए। इससे कुछ देर के लिए रेल यातायात प्रभावित हुआ। जहांनाबाद में भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं ने काको मोड़ पर सड़क को अवरुद्ध किया जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 110 और 83 पर यातायात प्रभावित हुआ।
पश्चिम बंगाल से हिंसा की कोई ताजा घटना सामने नहीं आई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के मध्य स्थित एसप्लानडे इलाके में विरोध रैली करेंगी। वाम दल रामलीला मैदान से लेडी ब्राबोर्न कॉलेज में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन मार्च करेंगे। गुवाहाटी में हालात सामान्य हैं। डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में सुबह छह बजे से 14 घंटे की ढील दी गई है। असम में हिंसा की कोई ताजा घटना सामने नहीं आई है। मेघालय की राजधानी शिलांग में कर्फ्यू में 14 घंटे की ढील दी गई है हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी निलंबित है।
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