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Hindi News भारत राष्ट्रीय उत्तराखंड का एक और पुलिसकर्मी बना फरिश्ता, पीठ पर लादकर श्रद्धालु की जान बचाई

उत्तराखंड का एक और पुलिसकर्मी बना फरिश्ता, पीठ पर लादकर श्रद्धालु की जान बचाई

श्रद्धालु की नाजुक हालत को ध्यान में रखते हुए बहुगुणा ने उन्हें अपनी पीठ पर लाद लिया और दो किलोमीटर पैदल खड़ी चढ़ाई का सफर तय करते हुए रांझी को यमुनोत्री सीजनल अस्पताल पहुंचा दिया।

Uttrakhand brave policeman- India TV Hindi Image Source : साभार-उत्तराखंड पुलिस Uttrakhand brave policeman

उत्तरकाशी: पिछले कुछ दिन के भीतर उत्तराखंड पुलिस का एक और अधिकारी आज उस समय फरिश्ता बनकर सामने आया जब यमुनोत्री धाम में दिल का दौरा पड़ने से जमीन पर गिर पड़े मध्य प्रदेश के श्रद्धालु की जान बचाने के लिए वह उसे अपनी पीठ पर लादकर खड़े पहाड़ी रास्ते से दो किलोमीटर दूर अस्पताल ले गया। 

बडकोट के पुलिस थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल ने बताया कि 55 वर्षीय रांझी राजग अपने पूरे परिवार के साथ यमुनोत्री धाम पहुंचे थे। धाम पहुंचते ही भैरव मंदिर के पास रांझी अचानक जमीन पर गिर गए। यात्री की बिगड़ी हालत देख उनकी पत्नी और अन्य लोग घबरा गए। उसी वक्त फरिश्ता बनकर उप निरीक्षक लोकेंद्र बहुगुणा वहां पहुंचे लेकिन मौके पर कोई भी घोड़ा-खच्चर या अन्य कोई साधन उपलब्ध नहीं था। 

श्रद्धालु की नाजुक हालत को ध्यान में रखते हुए बहुगुणा ने उन्हें अपनी पीठ पर लाद लिया और दो किलोमीटर पैदल खड़ी चढ़ाई का सफर तय करते हुए रांझी को यमुनोत्री सीजनल अस्पताल पहुंचा दिया। अस्पताल में रांझी का इलाज करीब चार घंटे तक चला। चिकित्सक ने बताया कि यात्री को माइनर हार्ट अटैक आया था और वक्त रहते अस्पताल पहुंचने की वजह से रांझी सकुशल हैं। सभी यात्रियों ने यमुनोत्री पुलिस चौकी इंचार्ज लोकेंद्र का धन्यवाद अदा किया। 

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रांझी ने अपने परिवार के साथ यमुनोत्री धाम में माथा टेका। पिछले माह उत्तराखंड पुलिस के एक और उपनिरीक्षक गगनदीप सिंह ने नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में एक युवक को आक्रोशित भीड़ के चंगुल से बचाया था। 

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