नई दिल्ली: बुधवार को उत्तर भारत के कई राज्यों में आए आंधी और तूफान से अब तक 110 लोगों की मौत की पुष्टी हो चुकी है। आंधी तूफान से देश के 9 राज्यों में नुकसान हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश में हुआ जहां 70 लोग इस तूफान में अपनी जान गवां चुके हैं। मौसम विभाग की माने तो आने वाले चार दिन तक आंधी तूफान और बारिश का कहर जारी रह सकता है। आज भी उत्तराखंड और उससे सटे इलाकों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश तूफ़ान की संभावना है।
मौसम के अचानक बदल जाने के पीछे वैज्ञानिकों का कहना है कि तूफ़ान वेदर सिस्टम के दुर्लभ मेल की वजह से आया है, जो अमूमन आने वाले तूफानों के पैटर्न से अलग रहा है। मौसम विभाग ने राजस्थान के लिए खास तौर पर चेतावनी जारी की है। वहीं इसका असर उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में देखने को मिल सकता है। बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा से सटे इलाकों में मौसम अधिक अप्रत्याशित हो सकता है।
बुधवार को 132 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए इस तूफान में 8 राज्यों में अब तक 110 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा तबाही उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हुई है। इस तूफान से उत्तर प्रदेश में अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं राजस्थान में करीब 36 लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आंधी-तूफान के कारण जनहानि पर दुख प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को राज्यों के साथ समन्वय बनाने और प्रभावितों को तुरंत राहत प्रदान किया जाना सुनिश्चित करने को कहा है। जिस तूफान को गर्मी से राहत का सामान समझा गया था वो चंद घंटे बाद ही मौत का सबब साबित हुआ। इस जानलेवा तूफान से यूपी में 83 लोगों के घायल होने की खबर है वहीं, 105 जानवरों के मरने की खबर है। यही नहीं, राजस्थान में 205 लोग घायल हुए हैं।
कैसे करें बचाव
-आंधी-तूफान के हालात में घर से बाहर बिलकुल न निकलें
-अगर कहीं रास्ते में फंस गये हैं तो कोशिश करें आसपास किसी पक्के में मकान में शरण लें
-पेड़ या टिन शेड के नीचे बिलकुल न खड़े हों
-ऑफिस से निकलते समय अगर मौसम खराब हो गया है तो घर जाने की जल्दी बिलकुल न करें और आंधी रुकने का इंतजार करें
-ऐसे हालात में ऐसी जगह बिलकुल न खड़े हों जहां पर बिजली का खंबा या तार हों। घर में हैं तो टॉर्च और जरूरी सामान पास में रखें
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