नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे बुधवार 30 जनवरी से लोकपाल की नियुक्ति के लिए अनशन पर बैठने जा रहे हैं। अन्ना हजारे ने कहा कि वे अपने गांव महाराष्ट्र के रालेगन सिद्धी में अनशन पर बैठेंगे, उन्होंने साफ किया कि यह अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष या पार्टी के विरुद्ध नहीं है, उन्होंने कहा कि वे समाज और देश की भलाई के लिए आंदोलन करते हैं और उसी प्रकार का ये आंदोलन होगा।
अन्ना ने कहा कि देश में लोकपाल कानून बने हुए 5 साल हो गए हैं और मोदी सरकार 5 साल बाद भी बार-बार बहानेबाजी कर रही है, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दिल मे अगर लोकपाल की नियुक्ती का विचार होता तो 5 साल नहीं लगते। 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुन्य तिथी के मौके पर अन्ना हजारे ये अनशन शुरू कर रहे हैं।
अन्ना हजारे पहले भी कह चुके हैं कि लोकपाल की नियुक्ति के लिए वे खुद प्रधानमंत्री को कई बार पत्र लिख चुके हैं, उन्होंने बताया है कि इस बारे में प्रधानमंत्री को 32 पत्र लिखे गए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री की तरफ से जवाब नहीं आने पर उन्होंने 30 जनवरी से अनशन पर जाने का मन बनाया है।
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