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Hindi News भारत राष्ट्रीय आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस ने ली 108 और लोगों की जान, ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों के परिजनों को मिलेगा 10 लाख का मुआवजा

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस ने ली 108 और लोगों की जान, ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों के परिजनों को मिलेगा 10 लाख का मुआवजा

आंध्र प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से 108 और लोगों की जान चली गई। मंगलवार की सुबह नौ बजे समाप्त हुए 24 घंटे में मृतकों की संख्या सामने आने के बाद इस महामारी से राज्य में जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 8,899 हो गई है।

Andhra Pradesh sees record 108 coronavirus fatalities, toll touches 8,899- India TV Hindi Image Source : PTI आंध्र प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से 108 और लोगों की जान चली गई।

अमरावती: आंध्र प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से 108 और लोगों की जान चली गई। मंगलवार की सुबह नौ बजे समाप्त हुए 24 घंटे में मृतकों की संख्या सामने आने के बाद इस महामारी से राज्य में जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 8,899 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अद्यतन बुलेटिन में बताया गया है कि बीते 24 घंटे के दौरान 86,878 नमूनों की जांच की गई। इनमें से 20,345 को कोरोना वायरस का संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। इसी 24 घंटे की अवधि में 14502 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। 

राज्य में फिलहाल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 13,22,934 है, वहीं स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या 11,18,933 है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में फिलहाल 1,95,102 मरीज उपचाराधीन हैं। चित्तूर जिले में सर्वाधिक 2,426 मामले सामने आए और एक दिन में 18 लोगों की मौत हो गई। विशाखापट्टनम में 2,371 नए मामले सामने आए।

वहीं, प्रदेश सरकार ने तिरुपति के एक अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी के कारण जान गंवाने वाले कोविड-19 के 11 मरीजों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिलाधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान इस बात की घोषणा की। 

दरअसल, तिरुपति के रुइया अस्पताल के आईसीयू वार्ड में सोमवार रात को ऑक्सीजन आपूर्ति में आई बाधा के कारण कोविड-19 के 11 मरीजों की मौत हो गयी। चित्तूर के जिलाधिकारी एम हरि नारायणन ने बताया कि तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन को दोबारा भरने में करीब पांच मिनट की देरी हुई जिसके कारण ऑक्सीजन का दबाव कम हो गया और कोविड-19 के 11 मरीजों की मौत हो गयी। 

इस बीच, भारतीय नौसेना की पूर्वी कमान की इंजीनियरों की एक टीम ने रुइया अस्पताल का दौरा कर ऑक्सीजन आपूर्ति का जायजा लिया और निरीक्षण कर अस्पताल प्रशासन को बेहतर सलाह दी। राज्य में तमाम विपक्षी दल कोविड-19 के 11 मरीजों की मौत के लिए जगन सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। विपक्षी दलों ने इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग की है।

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