नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। यूनिवर्सिटी में एक दिन पहले हुए लाठी चार्ज को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। छात्रों ने इस मामले में ज्युडिशियल इन्कवारी के साथ ही ज़िम्मेदार पुलिस अफसरों को संस्पेंड किये जाने की मांग की है जबकि हिंदू युवा वाहिनी ने तस्वीर हटाने से इनकार करने वालों के खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। गुरूवार को यहां पर छात्रों ने धरना और प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में एएमयू के सभी छात्र संगठन और टीचिंग स्टाफ़ ने हिस्सा लिया।
कैम्पस में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की मौजूदगी के बावजूद छात्रों ने हिंदू वाहिनी के प्रदर्शन की तीखी निंदा की साथ ही प्रशासन को इसके लिये ज़िम्मेदार ठहराया और न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की। एएमयू के कैम्पस में लाठी चार्ज के खिलाफ़ सुबह से ही छात्रों में भारी आक्रोश दिखा। छात्रों ने निहत्थे छात्रों पर सुनियोजित हमले के साथ ही कैम्पस का माहौल खराब करने का आरोप लगाया। छात्रों ने जान बूझकर शैक्षणिक संस्थाओं को टारगेट करने और नफरत की राजनीति फैलाने का आरोप लगाया।
छात्रों ने कहा कि जिन्ना या अंग्रेजों की बनाई हर चीज़ वो हटाने को तैयार हैं बर्शते देश में इस बात को लेकर एक कानून लाया जाए। छात्रों ने पुलिस लाठी चार्ज के लिये ज़िम्मेदार एसएसपी समेत सभी पुलिस अधिकारियों को भी संस्पेंड करने की मांग की है। छात्रों ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी को लेकर की जा रही सियासी बयानबाज़ी पर भी कड़ा एतराज़ जताया है। छात्रों ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ़ बताया है लेकिन बयानबाज़ी और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।
वहीं हिन्दू युवा वाहिनी ने योगी सरकार से मांग की है कि जिन्ना की तस्वीर लगाने वालों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाये। विहिप और शिवसेना ने भी जिन्ना की तस्वीर लगे होने को गलत ठहराया है। इस मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का कहना है कि बीजेपी हर मोर्चे पर नाकाम होने की वजह से ऐसे मुद्धों को हवा देने का काम कर रही है।
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