Amritsar Train Accident Latest Updates: रेलवे इतिहास की सबसे दर्दनाक दुर्घटना, 3 सेकंड में पटरी पर कट गए रावण दहन देख रहे 61 लोग
ये हादसा तब हुआ जब जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल की पटरी पर चले गए।
नई दिल्ली: पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम एक भीषण हादसा हो गया। दशहरा के मौके पर अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास धोबी घाट मैदान में रावण के पुतले का दहन हो रहा था जिसे देखने के लिए कई लोग मैदान में खड़े थे तो बड़ी संख्या में लोग मैदान से सटे रेलवे ट्रैक पर मौजूद थे। तभी तेज रफ्तार में ट्रेन आ गई और लोगों को कुचलते हुए निकल गई। तीन सेकंड बाद ही वहां मौत का मातम छा जाएगा। इस हादसे में 61 लोगों की मौत हो गई और 72 अन्य घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर है। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है और त्योहार के दिन देशभर में लोग गमगीन हैं। इस हादसे के बाद 8 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं। वहीं 5 ट्रेनों का रूट बदला गया है और 10 ट्रेनों की दूरी कम कर दी गई है।
Amritsar Train Accident Latest Updates-धोबी घाट जमीन पर खाली सीटें थीं। रावण सुरक्षित रूप से बंधे थे और वहां गिरने और अराजकता पैदा करने की कोई संभावना नहीं थी। लोगों को ढोबी घाट जमीन के अंदर आने के लिए 4-5 बार कहा गया: नवमोत कौर सिद्धू, अमृतसर ट्रेन हादसे पर
-अमृतसर जिस जगह घटना हुई वहां दशहरे के लिए कमिटी ने पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम करने की गुजारिश करते हुए पत्र लिखा था, जवाब में असिसटेंट इंसपेक्टर दिलजीत सिंह ने एनओसी जारी की थी
-अमृतसरः ट्रेन हादसे वाली जगह पर पहुंचे सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह
-अमृतसर ट्रेन हादसे के पीड़ितों को मुआवजे के लिए 3 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने जारी किएः पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह
-रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अमृतसर ट्रेन हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया
-रेल हादसे में घायल लोगों से मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे हैं मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
-अमृतसर रेल हादसे पर रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहनी का बयान- ड्राइवर ब्रेक लगाता तो हो जाता बड़ा हादसा, हमारी जिम्मेदारी नहीं
-अमृतसर ट्रेन हादसे में रामलीला में रावण का रोल करने वाले दलबीर सिंह की भी मौत। दलबीर की मां ने की बहु को नौकरी देने की अपील
-अमृतसर ट्रेन हादसे की वजह से 8 ट्रेनें रद्द, 5 को डायवर्ट किया गया। कई ट्रेनों को पहले ही समाप्त कर दिया गया, कुछ ट्रेनों के खुलने के स्टेशन भी बदले गए
-पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू घायलों को देखने गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे
-अमृतसर प्रशासन ने कहा- 20 शवों की पहचान नहीं हो पाई है, हमें मीडिया की मदद की जरूरत
-पंजाब में आज राजकीय शोक का ऐलान, बंद रहेंगे स्कूल और दफ्तर
ये हादसा तब हुआ जब जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल की पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आग की लपटें तेज होने के बाद लोग रेल पटरी की ओर इस भय से खिसकने लगे कि पुतला उनके ऊपर न आ गिड़े। यह भी जा रहा है कि इसी दौरान वहां भगदड़ मची और उसी दौरान ट्रेन आ गई। इससे पहले की लोग कुछ समझते ट्रेन बुरी तरह लोगों को कुचलते हुए निकल गई।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, ट्रेन लोगों को कुचलते हुए निकल गई। उसने कहा कि दुर्घटना में कम से कम 100 लोगों की मौत हुई होगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। घटनास्थल पर करीब 700 लोग जमा थे।
जिस जगह हादसा हुआ वहां की तस्वीरें ऐसी है कि किसी का भी दिल दहल जाए। लोग लाशों के बीच अपने रिश्तेदारों को खोज रहे थे। हादसे पर रेलवे अपना पल्ला झाड़ रहा है और आयोजक अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है लेकिन साठ से ज्यादा लोगों की मौत तो हुई है। कोई ना कोई तो इस जिम्मेदार है? जिनकी मौत हो गई उन्हें तो वापस नहीं लाया जा सकता लेकिन अगर हादसे के दोषियों की पहचान कर उन्हें सज़ा नहीं दी गई तो ये एक बहुत बड़ा मजाक होगा।