नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 80 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना को पांच महीने तक बढ़ाए जाने के बाद यहां अपने नॉर्थ ब्लॉक कार्यालय में मंत्री समूह (जीओएम) की बैठक आयोजित की। शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, रामविलास पासवान और पीयूष गोयल शामिल हुए।
गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए अपने राष्ट्र के नाम संबोधन के तुरंत बाद बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को नवंबर तक विस्तारित करने की घोषणा की गई है, जिसमें एक लाभार्थी परिवार के प्रत्येक सदस्य को प्रति माह एक किलो चना के साथ ही पांच किलो मुफ्त चावल या गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा।
इस योजना को नवंबर तक विस्तारित करने के बाद मंत्री समूह ने बैठक में इसके प्रबंधन और कार्यान्वयन पर विस्तृत चर्चा की। इस पांच महीने की अवधि के दौरान, 80 करोड़ से अधिक लोगों को प्रति माह मुफ्त राशन प्रदान किया जाएगा और सरकार इस पर 90,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। अगर पिछले तीन महीनों के खचरें को देखें तो यह लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये हो चुका है।
अमित शाह ने ट्विट करते हुए कहा कि 'गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार मोदी जी का करोड़ों गरीबों के प्रति संवेदनशीलता और उनके कल्याण के प्रति कटिबद्धता को दर्शाता है। कोरोना काल में भारत जैसे विशाल देश में कोई भी भूखा नहीं सोया इसका श्रेय मोदीजी की दूरदर्शिता और इस योजना के सफल क्रियान्वयन को जाता है।' शाह ने अपने एक अन्य ट्विट में कहा कि 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार कर गरीबों को नवंबर तक मुफ्त राशन देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी का अभिनंदन करता हूँ। साथ ही देश के मेहनती किसानों व ईमानदार करदाताओं का भी आभार व्यक्त करता हूँ जिनके परिश्रम व समर्पण से आज देशभर के गरीबों तक यह लाभ पहुँच रहा है।'
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पीएम मोदी के संबोधन के बाद कहा कि 81 करोड़ लाभार्थियों को नवंबर तक PM गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ मिलेगा। लेकिन इसके साथ ही कुछेक राज्य सरकारें हैं जिन्हें मैं कहना चाहूंगा कि जो राशन प्रधानमंत्री जी मुफ्त दे रहे हैं वो भी आपने अभी तक नहीं बांटा है उसे जल्द से जल्द बटवा दें।
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