नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणाम को ऐतिहासिक करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश के लोकतंत्र को ‘परिवारवाद’, ‘जातिवाद’ और ‘तुष्टीकरण’- इन तीन नासूरों ने डसा हुआ था और 2019 के जनादेश ने इन नासूरों को राजनीति से बाहर निकाल दिया है।
संसद के केंद्रीय कक्ष में भाजपा एवं राजग के घटक दलों के सांसदों एवं नेताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘60 के दशक के बाद इस देश के लोकतंत्र को ‘परिवारवाद’, ‘जातिवाद’ और ‘तुष्टीकरण’- इन तीन नासूरों ने डसा हुआ था। हर जनादेश कहीं न कहीं परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति से ग्रसित था।’’
उन्होंने कहा कि 2019 के जनादेश ने परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को राजनीति से बाहर निकाल दिया है। शाह ने कहा कि ये प्रचंड जनादेश जो हमें मिला है वह ऐतिहासिक जनादेश है। भाजपा के 303 सांसद चुनकर आना और एनडीए के 353 सांसद चुनकर आना, जनता का अपार समर्थन दर्शाता है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव अभियान के समय कई सवाल उठाए जाते थे, लेकिन हमारे सभी साथियों को विश्वास था कि हम 50 प्रतिशत की लड़ाई लड़ेंगे और राजग को मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत प्राप्त होगा । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से मोदी जी ने पांच साल शासन चलाया, उसे देश की जनता ने स्वीकारा है। वह बताता है कि देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी एक्सपेरिमेंट को मन से फिर एक बार स्वीकारा है ।
शाह ने कहा कि जनता के मन में एक टीस थी कि आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं होती। मोदी जी के आने के बाद जनता को विश्वास हुआ कि अब एक नेता ऐसा आया है जो आतंकवादियों के घर में घुसकर कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी और कामाख्या से कच्छ तक जनता ने मोदी जी के समर्थन में मतदान किया है। चुनाव प्रक्रिया के समय देश में हर जगह मोदी जी की सुनामी दिखाई देती थी, इस सुनामी ने विपक्षी पार्टियों को ध्वस्त कर दिया है।
शाह ने बाद में अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ नरेन्द्र मोदी जी को भाजपा संसदीय दल और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का सर्वसम्मति से नेता चुने जाने पर बधाई।’’ उन्होंने इसके लिए राजग के घटक दलों के नेताओं का भी आभार जताया।
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