नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने संशोधित नागरिकता कानून पर छात्रों के प्रदर्शन के बीच कहा है कि कुछ पार्टियां अफवाह फैला रहीं हैं और अपने राजनीतिक फायदे के लिए हिंसा भड़काने की कोशिश कर रही हैं। छात्रों से नागरिकता कानून पढ़ने का निवेदन करते हुए शाह ने उनसे किसी के जाल में न फंसने की बात कही। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून का मकसद धार्मिक रूप से सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देना है। इसका मकसद किसी भारतीय की नागरिकता छीनना नही है।
कानून-व्यवस्था पर चर्चा के लिए अमित शाह से मांगा समय: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से उन्होंने समय मांगा है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ दिल्ली की बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। दिल्ली में तुरंत शांति बहाल की जानी चाहिए, इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जी से मिलने का समय मांगा है।’’
रविवार को पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को खदेडने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन उन पर गोलियां चलाने की बात से इनकार किया है।
सोमवार को भी छात्रों ने किया प्रदर्शन
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन भी किया। केजरीवाल ने रविवार को भी कहा था कि इस तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘किसी को भी हिंसा नहीं करनी चाहिए। किसी भी तरह की हिंसा स्वीकार्य नहीं है। प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने चाहिए।’’
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