जम्मू से कल कड़ी सुरक्षा में रवाना होगा अमरनाथ तीर्थयात्रियों का पहला जत्था
श्रद्धालुओं में साधु भी शामिल हैं। श्रद्धालुओं का देश के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंचना शुरू हो गया है। यात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के दो आधार शिविरों बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होगा...
जम्मू: वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में कल जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना होगा। अभी तक देशभर से करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं में साधु भी शामिल हैं। श्रद्धालुओं का देश के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंचना शुरू हो गया है। यात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के दो आधार शिविरों बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होगा। ये यात्री कल तड़के कड़े सुरक्षा घेरे के तहत वाहनों के बेड़़े में रवाना होंगे। ये यात्री बाद में दिन में कश्मीर के गंदेरबाल स्थित बालटाल और अनंतनाग स्थित नुनवान-पहलगाम आधार शिविर पहुंचेंगे। ये तीर्थयात्री अगले दिन पैदल ही 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे। इससे तीर्थयात्रा की शुरूआत हो जाएगी। यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा जिस दिन रक्षा बंधन भी है।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एस डी सिंह जामवाल ने कहा ‘‘सुचारू और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है जो कि भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है।’’ उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल पूरी तरह से चौकस हैं और राष्ट्र विरोधी तत्वों और सीमापार स्थित उनके आकाओं के नापाक इरादों को विफल करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि अभी तक 1.96 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। पहली बार इस बार अमरनाथ जाने वाले वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग का इस्तेमाल किया जाएगा और सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सक्रिय रहेगा।
अधिकारियों ने बताया कि आधारशिवरों, मंदिरों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस वर्ष सरकार ने अमरनाथ यात्रियों के प्रत्येक वाहन की निगरानी रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग से करने का निर्णय किया है। इसके साथ ही तीर्थयात्रियों द्वारा लिये गए प्रीपेड मोबाइल नम्बरों की वैधता भी सात दिन से बढ़ाकर 10 दिन कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष की तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ और सेना से करीब 40 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
पिछले वर्ष कुल 2.60 लाख तीर्थयात्रियों ने गुफा में दर्शन किये थे। वर्तमान रास्ते की क्षमता और तीर्थयात्रा क्षेत्र में उपलब्ध अन्य आधारभूत ढांचे को ध्यान में रखते हुए श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड ने प्रतिदिन 7500 तीर्थयात्रियों को प्रत्येक रास्ते पर इजाजत देने का निर्णय किया है।