बेंगलुरु: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने आने वाले सभी धार्मिक पर्वों को सार्वजनिक तौर पर मनाने पर पांबदी लगा दी है। कोरोना के मद्देनजर होली, शब-ए-बरात, गुड फ्राईडे और उगादी जैसे पर्व को सार्वजनिक तौर पर मनाने पर पाबंदी लगाई गई है। साथ हीं सार्वजनिक जगहों पर भीड़ जमा न हो इसका एहतियात भी बरतने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि कर्नाटक भी ऐसे राज्य में शामिल है जहां पर कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। आलम यह है कि कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एक बार फिर से सख्ती बरती जा रही है।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अब कर्नाटक सरकार ने राज्य में अन्य राज्यों से पहुंचने वाले लोगों को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए किसी भी राज्य से राजधानी बेंगलुरु आने वाले लोगों को आरटी-पीसीआर टेस्ट लेना जरूरी होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इसमें केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, चंडीगढ़ और अन्य राज्य भी शामिल है।
बता दें कि कर्नाटक में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,298 नए मामले सामने आए तथा 12 और संक्रमित लोगों की मौत हो गई। राज्य में यह लगातार दूसरा दिन था, जब कोरोना वायरस संक्रमण के 2,000 से अधिक नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलिटेन में बताया कि राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 9,75,955 और कुल मृतक संख्या 12,461 हो गई है। राज्य में मंगलवार को संक्रमण के 2,010 मामले सामने आए थे।
राज्य में संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक 2,06,74,133 से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से बुधवार को 1,08,013 नमूनों की जांच की गई। बेंगलुरु शहरी में बुधवार को 1,398 मामले सामने आए। राज्य में बुधवार को 995 मरीज ठीक हुए और इसी के साथ संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 9,46,589 हो गई है। बुलेटिन के अनुसार, 16,886 उपचाराधीन मामलों में से 16,743 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है, जबकि 143 मरीज आईसीयू में हैं।
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