नागपुर. चीन ने पिछले दो दशकों में बहुत तेजी से ग्रोथ की है। दुनिया के सभी विकसित देशों ने चीन में निवेश किया है लेकिन अब कोरोना काल की शुरुआत के बाद से ही बहुत सारे देश चीन की नितियों को देखते हुए वहां से अपनी पूंजी निकालना चाहते हैं। अमेरिका भी उन्हीं देशों में से एक है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अमेरिका ने अपनी पूंजी को चीन से भारत ट्रांसफर करने में अपनी रुचि दिखाई है।
महाराष्ट्र के नागपुर स्थित एक संस्थान में आयोजित हुए कार्यक्रम में बोलते हुए गडकरी ने कहा, "आठ दिन पहले एक बैठक के दौरान, भारत में अमेरिकी राजदूत ने मुझसे कहा कि अमेरिका अपनी पूंजी को चीन से भारत ट्रांसफर करने में रुचि रखता है। वे भारत की प्रगति और विकास के लिए अपनी प्रौद्योगिकी और पूंजी के साथ हमारा समर्थन करना चाहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत के human intellectual को पूरी दुनिया में अच्छी तरह से पहचाना और सराहा जाता है। सतत आर्थिक विकास के लिए पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। गडकरी ने कहा कि हम 'आत्म निर्भर' पहल के तहत युवाओं को प्रोत्साहित और समर्थन कर रहे हैं, 'आत्मनिर्भर भारत', 'मेक इन इंडिया', 'स्टार्ट-अप इंडिया' जैसी सक्रिय योजनाएं युवाओं को अपने नवीन विचारों और अवधारणाओं के माध्यम से राष्ट्र को बदलने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।
देश में तकनीकी विकास पर प्रकाश डालते हुए गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कैबिनेट बैठक में सुझाव दिया था कि पहाड़ी क्षेत्रों में सेब की खेती में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है। ड्रोन प्रौद्योगिकी के विकास पर बात करते हुए, गडकरी ने कहा कि, "हम अब ऑटोमोबाइल और प्रौद्योगिकी के लिए विशेष पैकेज दे रहे हैं। ड्रोन तकनीक बहुत महत्वपूर्ण है हम कीटनाशकों के छिड़काव के लिए कृषि में ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं।"
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