जम्मू. दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल अमरनाथ गुफा की वार्षिक यात्रा की शुरुआत में होने वाली पारंपरिक ‘प्रथम पूजा’ शुक्रवार को संपन्न हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह पूजा दो महीने चलने वाली अमरनाथ यात्रा के आरंभ का प्रतीक मानी जाती है।
हालांकि, सूत्रों की मानें तो इस वर्ष यह यात्रा जुलाई के अंतिम सप्ताह में शुरू होकर कोविड-19 महामारी के कारण केवल 15 दिनों तक चलेगी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के प्रधान सचिव और श्री अमरनाथ तीर्थ बोर्ड (एसएएसबी) के सीईओ बिपुल पाठक तथा एसएएसबी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए के सोनी ने 'प्रथम पूजा' का आयोजन किया।
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पाठक ने बताया कि प्रथम पूजा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूरे रीति-रिवाजों से संपन्न की गई। इसे तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया गया। श्रद्धालुओं द्वारा 3,880 मीटर ऊंचे गुफास्थल तक पहुंचने की व्यवस्थाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , “सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों और सभी अन्य एसओपी को ध्यान में रखकर यात्रा आयोजित की जाएगी।”
पाठक ने कहा कि सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर यात्रा आयोजित की जाएगी । सूत्रों के मुताबिक यात्रा के लिए हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जाएगा और यह तीन अगस्त को संपन्न होगी। पहले अमरनाथ यात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटल से 23 जून को शुरू होकर तीन अगस्त यानी श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) के दिन संपन्न होने वाली थी।
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