नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की वादियां बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रही हैं। बालटाल से आए भक्तों के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बाबा बर्फानी की पूजा-अर्चना की और फिर बाद भोले के भक्तों ने महादेव के हिम स्वरूप के दर्शन किए। वहीं, पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए 4,417 यात्रियों का दूसरा जत्था जम्मू के आधार शिविर से रवाना भी हो गया है।
देशभर से अभी तक 1.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने 46 दिन की इस यात्रा के लिए अपना पंजीकरण कराया है। यह तीर्थयात्रा जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के रास्ते 36 किलोमीटर और गांदरबल जिले में बालटाल के रास्ते 14 किलोमीटर से होकर गुजरती है। दूसरे जत्थे में 4,417 तीर्थयात्री हैं जिनमें 3,543 पुरुष, 843 महिलाएं और 31 बच्चे शामिल हैं। पहलगाम और बालटाल के लिए यहां भगवती नगर आधार शिविर से से 142 वाहनों के एक काफिला रवाना हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में बसों और मोटर गाड़ियों में सवार होकर 2,800 तीर्थयात्री आधार शिविर से पहलगाम के रास्ते रवाना हुए जबकि बालटाल के लिए 1,617 तीर्थयात्री बसों और हल्के मोटर वाहनों में रवाना हुए। पहला जत्था रविवार को यहां से रवाना हुआ था, जिसने आज बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। 15 अगस्त को संपन्न होने वाली यात्रा के सुचारू और सफल आयोजन के लिए बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पिछले साल 2.85 लाख तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ के दर्शन किए थे, जबकि 2015 में तीर्थयात्रियों की संख्या 3.52 लाख, 2016 में 3.20 लाख और 2017 में 2.60 लाख थी। जम्मू के सीआरपीएफ के महानिरीक्षक ए वी चौहान ने रविवार को कहा था कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा मार्ग, आधार शिविर और रूकने वाले जगहों पर सभी आवश्यक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
(इनपुट-भाषा)
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