श्रीनगर: अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद अनंतनाग के सरकारी डॉक्टरों ने घायल तीर्थयात्रियों की जान बचाने के लिए एक अनोखी मिसाल पेश की। हमले के बाद डॉक्टरों के व्हाट्स ग्रुप ( whatsapp) पर मैसेज फ्लैश होने 15 मिनट के अंदर अनंतनाग जिला अस्पताल के 40 डॉक्टर और पैरामेडिकट स्टाफ इकट्ठे हो गए। इनमें सर्जन. ऑर्थोपेडिशियन, न्यूरोलॉजिस्ट, एनेस्थेसिया, रेडियोलॉजिस्ट, टेक्नीशियन और पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल थे।
डॉक्टरों ने 2 तीर्थयात्रियों का ऑपरेशन कर पेट और जांघ से बुलेट निकाली। गंभीर रूप से घायल चार यात्रियों की हालत बेहद गंभीर थी। डॉक्टरों की टीम ने इन चारों को प्राथमिक उपचार के बाद इनकी स्थिति स्टेबल कर श्रीनगर के लिए रेफर किया। घायलों का रात भर इलाज करने के बाद सुबह 5.30 बजे उन्हें लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की मदद से श्रीनगर एयरपोर्ट रवाना किया गया।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों की एक बस पुलिस दल को निशाना बनाकर किए गए आतंकवादी हमले की चपेट में आ गई, जिसमें 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हमले में पुलिसकर्मियों सहित 32 लोग घायल हो गए। यह बस गुजरात के वलसाड से आई थी। बस में कुल 54 यात्री सवार थे जिसमें 28 महिलाएं और 26 पुरुष थे।
अमरनाथ गुफा से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं को लेकर बालटाल से मीर बाजार को जा रही बस पर सोमवार की देर शाम 8.20 बजे बटेंगो में यह हमला हुआ। आतंकवादियों ने इलाके में दो और जगहों पर सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए हमला किया।
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