लखनऊ: समाजवादी पार्टी के बड़े नेता रहे अमर सिंह का आज निधन हो गया है। सिंगापुर में उन्होनें अंतिम सांस ली। अमर सिंह का जन्म 27 जनवरी 1956 को हुआ। वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में से एक थे। उन्हें उनकी राजनीतिक समझ के लिए जाता रहा। उन्होनें मुलायम सिंह के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी को एक नया रुप दिया था। समाजवादी पार्टी के लिए उन्होनें चाणक्य की भूमिका निभाई और उसे बुलंदियों पर पहुंचाया।
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास जब भी जिक्र होगा उसमें अमर सिंह का नाम जरुर लिया जाएगा। वह अपने हिन्दी ज्ञान और राजनितिक सम्बंधों के लिए जाने जाते थे। अमर सिंह अपने आप पर जनमत को ध्रुवित करने के लिए भी जाने जाते थे। इनपर भ्रष्टाचार के विभिन्न मामले लम्बित हैं जो इन्हें व्यापक रूप से अलोकप्रिय भी बनाते थे।
वो समाजवादी पार्टी के महासचिव व भारतीय संसद के उपरी सदन राज्य सभा के सदस्य रहे। 6 जनवरी 2010 को, इन्होंने समाजवादी पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें 2 फरवरी 2010 को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। वर्ष 2011 में इनका कुछ समय न्यायिक हिरासत में भी बीता। अन्ततः इन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया।
अमर सिंह ने घोषणा करते हुए इन्होंने कहा था "मैं अपनी पत्नी और अपने परिवार को अधिक समय देना चाहता हूं। अतः चुनावों की अन्तिम तिथि (13 मई) के बाद, मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा" वर्ष 2016 में इनकी समाजवादी पार्टी में पुनः वापसी हुई और राज्य सभा के लिए चुने गये। फिलहाल ये समाजवादी से अलग होकर नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में आए दिन बयान दे रहे हैं। उन्होंने अखिलेश यादव को नमाज़वादी भी घोषित कर दिया था।
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