आप नेता अमानतुल्लाह खान पर जामिया इलाके में भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों और स्थानीय लोगों ने रविवार को जामिया नगर में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों और स्थानीय लोगों ने रविवार को जामिया नगर में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया जो बाद में उग्र भी हो गया। हिंसा से पहले आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान को लोगों की भीड़ को संबोधित करते देखा गया। आप नेता के वहां मौजूद होने पर सवाल यह उठा रहा है कि उन्होनें लोगों को हिंसा के लिए भड़काया हालांकि पुलिस ने इस मामले पर कहा कि वह रविवार को हुई हिंसा के कारणों की जांच कर रही है।
अमानतुल्लाह खान ने उनके ऊपर लग रहे आरोपों पर कहा कि वो जामिया इलाके में मौजूद थे और नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अमानतुल्लाह खान का कहना है कि वो जिस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे वो काफी शांतिपूर्वक हुआ। वहीं जहां हिंसा भड़की वो दूसरा प्रदर्शन था। अमानतुल्लाह खान ने कहा कि वो हिंसक प्रदर्शन में शामिल नहीं थे।
'गोधरा कांड करने की तैयारी में हैं केजरीवाल?'
दिल्ली में हुई इस हिंसा पर आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली में गोधरा कांड करने की तैयारी में हैं केजरीवाल? उन्होनें कहा कि केजरीवाल का सड़कछाप गुंडा अमानतुल्लाह खान इस भीड़ को लेकर आया, जामिया इलाके में बसों को आग लगाई जा रही हैं। चार बसें जल चुकी हैं, गाड़ियां तोड़ी जा रही हैं, पुलिस पर पथराव हो रहा हैं।
कपिल मिश्रा ने कहा कि ये आतंकवादी हमला हैं। CNG सिलिंडर वाली बस में आग लगाने का मतलब हैं बड़े ब्लास्ट करने की साजिश हैं। उन्होनें कहा कि इसे आतंकवादी हमले के अलावा कुछ नहीं कहा जा सकता। ये आग अमानतुल्ला खान ने लगवाई है। दिल्ली में गोधरा कांड दोहराने की तैयारी हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने क्या कहा?
इस हिंसा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी बयान आया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि किसी को भी हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘किसी को भी हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए। किसी भी तरह की हिंसा अस्वीकार्य है। प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से होना चाहिए।’’
आपको बता दें कि रविवार को दक्षिण दिल्ली के जामिया इलाके में इस हिंसक प्रदर्शन में कई बसों और वाहनों को आग लगा दी गई। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस पर पत्थरबाजी भी की गई। लोगों को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।