Indian Railways: 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द? क्या है इस खबर की सच्चाई
क्या आपके पास भी 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द कर दिए जाने की कोई खबर आयी है तो आप भी इसकी सच्चाई जान लीजिए।
Indian Railways: क्या आपके पास भी 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द कर दिए जाने की कोई खबर आयी है तो आप भी इसकी सच्चाई जान लीजिए। दरअसल, सोशल मीडिया में एक स्क्रीन शॉट शेयर किया जा रहा है जिस पर '31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द' लिखा हुआ है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एजेंसी प्रेस इंफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) ने इस वायरल खबर का फैक्ट चैक करते हुए इस दावे की सच्चाई बताई है।
जानिए क्या है सच्चाई
पीआईबी ने इस बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट करते हुए बताया कि 'यह खबर पुरानी है। रेल मंत्रालय (@RailMinIndia) ने 31 मार्च, 2021 तक ट्रेन रद्द करने का यह फैसला नहीं लिया है। इस पुरानी खबर को गलत संदर्भ में साझा किया जा रहा है।'
ट्रेन में सोने पर यात्रियों से 10% अधिक किराया वसूलेगा रेलवे?
आपको बता दें कि, इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ट्रेन में यात्रा के दौरान सोने वाले यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूलने की भी बात कही जा रही है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा कि 'कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जो यात्री ट्रेन में नींद लेकर सफर करना चाहें, रेलवे उनसे 10% अधिक किराया वसूल सकता है।'
PIB Fact Check टीम ने बताया कि 'यह दावा भ्रामक है। यह केवल Railway board को दिया गया एक सुझाव था। रेल मंत्रालय (@RailMinIndia) ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। पीआईबी टीम ने खबर का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए आगे कहा कि यह खबर पुरानी है। जिस खबर को लेकर पीआईबी ने फैक्ट चेक किया है उसमें बेडरोल का किराया बढ़ाने का भी जिक्र किया गया है। बेडरोल का किराया 60 रुपये किया जा सकता है, जिससे रेलवे की अतिरिक्त आय में काफी बढ़ोतरी होगी। बता दें कि फिलहाल यात्रियों से बेडरोल का किराया अधिकतम 25 रुपये ही लिया जा रहा है।
जानिए क्या है पीआईबी फैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर झूठी/फेक खबरों के प्रसार और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए, पीआईबी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों का पर्दाफाश करने के लिए एक समर्पित इकाई की स्थापना की है। ‘PIBFactCheck’ ट्विटर पर एक सत्यापित हैंडल है जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ट्रेंडिंग हो रहे संदेशों की निरंतर निगरानी करता है और फेक समाचार का पर्दाफाश करने के लिए सामग्री / संदेशों की व्यापक समीक्षा करता है। इसके अलावा, ट्विटर पर PIBIndiaहैंडल और विभिन्न पीआईबी क्षेत्रीय यूनिट हैंडल, ट्विटर समुदाय के लाभ के लिए हैशटैग #PIBFactCheckका उपयोग करके ट्विटर पर किसी भी खबर/पोस्ट का आधिकारिक और प्रामाणिक संस्करण अपलोड कर रहे हैं।
कोई भी व्यक्ति पाठ (टेक्स्ट), ऑडियो और वीडियो सहित किसी भी सोशल मीडिया संदेश को, प्रामाणिकता के सत्यापन के लिए PIBFactCheckपर प्रस्तुत कर सकता है। इन्हें पोर्टल https://factcheck.pib.gov.in/ पर या व्हाट्सएप नंबर +918799711259 पर या ईमेल: pibfactcheck@gmail.com पर ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। विवरण पीआईबी की वेबसाइट: https://pib.gov.in. पर भी उपलब्ध हैं।