तकरीबन तीन महीने पहले देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले के बाद ट्रिपल तलाक असंवैधानिक हैलेकिन इसके बावजूद ट्रिपल तलाक का एक मामला फिर सामने आया है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने व्हाट्स एप और एसएमएस पर अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक दे दिया. पीड़ित पत्नी अपने बच्चों के साथ... न्याय की गुहार लेकर सड़क पर आ गई है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के चेयरमैन प्रोफ़ेसर ख़ालिद बिन यूसुफ़ ख़ान ने अपनी पत्नी यास्मीन ख़िलिद को निकाह के तेईस साल बाद एक सांस में तलाक़ दे दिया. 30 सितम्बर को प्रोफ़ेसर खालिद ने अपनी पत्नी को पहले व्हाट्स एप पर तलाक भेजा फिर 30 अक्टूबर को टैक्स्ट मैसेज के ज़रिए तलाक दिया. 8 नवम्बर को जब यास्मीन प्रोफेसर ख़ालिक के दूसरे फ्लैट पर गई तो प्रोफेसर ने यास्मीन को सीधे तलाक-तलाक-तलाक कहा दिया. जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर को अपनी पत्नी पर शक़ था और इसी वजह से प्रोफेसर ख़ालिद ये ट्रिपल तलाक का कदम उठाया. तलाक के बाद प्रोफेसर अपनी एक बेटी के साथ अलग अपार्टमेंट में रहने चले गए.
यास्मीन की शिकायत पर पुलिस ने प्रोफेसर साहब के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. लेकिन केस तीन बार तलाक को लेकर नहीं बल्कि पत्नी को परेशान करने को लेकर दर्ज हुआ है. इस सदमे के बाद यास्मीन और उनके बच्चे इंसाफ़ के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी से भी गुहार लगा रहे हैं. मीडिया में मामले आने के बाद व्हाट्स एप पर तलाक देने वाले प्रोफेसर कैमरे से मुंह छिपाते घूम रहे हैं.
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