बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार बुधवार को पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल के समक्ष पेश हुए। फरीदकोट में बेअदबी की घटनाओं के बाद वर्ष 2015 में बेहबल कलां और कोटकपुरा में पुलिस की गोलीबारी की एसआईटी जांच कर रही है। चंडीगढ़ हवाई अड्डा पहुंचने के बाद अक्षय सीधा सेक्टर-9 स्थित पंजाब पुलिस के मुख्यालय पहुंचे, जहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अक्षय ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बात करने से मना कर दिया।
बेअदबी के मामलों में न्यायमूर्ति रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में अक्षय कुमार के नाम का जिक्र होने के कारण एसआईटी अभिनेता से पूछताछ करना चाहती थी। एसआईटी ने अभिनेता को पहले 21 नवम्बर को अमृतसर सर्किट हाउस में पेश होने को कहा था। हालांकि, पुलिस ने बाद उन्हें चंडीगढ़ में एसआईटी के समक्ष पेश होने की अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट अगस्त में पंजाब विधानसभा में पेश की गई थी। उसमें पूर्व विधायक हरबन जलाल द्वारा लिखे पत्र का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने वर्ष 2015 में अभिनेता के मुंबई स्थित फ्लैट पर फिल्म ‘एमएसजी’ की रिलीज से पहले मुलाकात की थी।
डेरा प्रमुख के खिलाफ ईश-निंदा के मामले में माफी दिये जाने से पहले कथित तौर पर यह बैठक हुई थी। ‘अकाल तख्त’ के फरमान के बाद ‘एमएसजी’ वर्ष 2015 में पंजाब में रिलीज हुई थी। कुमार ने प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के बीच किसी भी तरह की बैठक कराने की बात से इनकार कर किया है। अभिनेता ने सिरसा मुख्यालय डेरा प्रमुख से मिलने की बात भी खारिज की, जो अभी बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं।
एसआईटी के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को सम्मन करने के बाद अक्षय ने 12 नवम्बर को आरोपों को खारिज किया था। एसआईटी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। एसआईटी ने पंजाब में 2015 में बेअदबी की घटनाओं का विरोध कर रही भीड़ पर हुई पुलिस की गोलीबारी के मामले में इन्हें सम्मन किया था।
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