एक मस्जिद गई, अब एक लाख नई मस्जिदें बनाएंगे: अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा
नागरिकता कानून पर दिल्ली, लखनऊ समेत कई शहरों में आज भी प्रदर्शन जारी है। आक्रोश की इस आग को ओवैसी ब्रदर्स भी ज़िंदा रखने की कोशिश में हैं। अब असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरूद्दीन ओवैसी ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ मैदान में ताल ठोकी है।
हैदराबाद: नागरिकता कानून पर दिल्ली, लखनऊ समेत कई शहरों में आज भी प्रदर्शन जारी है। आक्रोश की इस आग को ओवैसी ब्रदर्स भी ज़िंदा रखने की कोशिश में हैं। अब असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरूद्दीन ओवैसी ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ मैदान में ताल ठोकी है। अब तक असदुद्दीन ओवैसी नागरिकता कानून को लेकर जो बात इशारे-इशारे में कह रहे थे, वह अकबरूद्दीन ओवैसी ने खुलकर बोली। अकबरूद्दीन ने अपनी 40 मिनट की तकरीर में करीब 400 बार मुसलमान शब्द का इस्तेमाल किया और देशभर में एक लाख नई मस्जिदें बनाने का ऐलान किया।
तेलंगाना के विकाराबाद में अकबरूद्दीन ने कहा कि "घबराना हमारी फितरत में हमारे खून में हमारे मिजाज में नहीं है। एक मस्जिद गई तो कोई बात नहीं, हम एक लाख नई मस्जिदें बनायेंगे।" उन्होंने कहा कि "नमाजी बन जाओ, कुरान को पढ़ो, सुन्नत पर अमल करो।"अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि "शेर बनना है। क्या वाकई शेर बनना है? करोगे जो मैं कहूंगा? हां, अमल करोगे? हां, शेर बनना है। सबसे पहले नमाज के पाबंद बन जाओ, कुरान को पढ़ो, गरीबों की मदद करो, मस्जिदों को आबाद करो।"
अकबरुद्दीन ने कहा कि "वो असद ओवैसी था, जिसने संसद में फाड़ा था। अभी अकबरूद्दीन की बारी है फाड़ने की।" उन्होंने कहा कि "आपको याद दिलाऊं कि हिंदुस्तान की वाहिद रियासत, रियासत-ए-तेलंगाना है। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुतालबे पर इस रियासत की दूसरी सरकारी जबान ऊर्दू है।" अकबरुद्दीन ने कहा कि "हमारा पार्षद रहेगा तो अफसर, जो घर में आकर ये लाओ, वो लाओ, वो बताओ, ये बताओ, अपने पार्षद साहब पहुंच जायेगे बोलेंगे कि क्या बताओ-बताओ चल निकल यहां से।"
खुद को मुसलमानों का सबसे बड़ा नेता बताने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के सबसे छोटे चुनाव में नफरत की चलती-फिरती दुकान यानी भड़काऊ अवैसी का टेप ऑन करवा दिया। अब तक CAA की पिक्चर से गायब अकबरुद्दीन ओवैसी अचानक मैदान में उतरे और उन्होंने धर्मकांटा 180 डिग्री घूमा दिया। उन्होंने कहा कि "मौजूदा जितनी भी मस्जिद हैं, हम उन मस्जिदों को आबाद करेंगे, जो विरान है उनको आबाद करेंगे और अल्लाह ने चाहा तो जब तक हयात है, एक मस्जिद गई कोई बात नहीं, एक लाख और नई मस्जिदें बनायेंगे।
उन्होंने कहा कि "बर्थ सर्टिफिकेट, डेथ सर्टिफिकेट...NPR कौन करेंगे, क्या दिल्ली से आकर कोई करेगा, दिल्ली से कोई करेगा...हैदराबाद से आकर करेगा, नहीं...वलदिया से वलदिया का अफसर घर पर आयेगा, NPR करेगा, बर्थ सर्टिफिकेट करेगा, डेथ सर्टिफिकेट और NRC भी वही करेगा, तो इसके लिए आपना नुमाइंदा होना जरूरी है कि नहीं? है या नहीं? मैं कहता हूं कि लाइन बिलजी पानी बाद में देखेंगे, पहले इस काम की अहमियत है इस काम को करना है।"