नयी दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने आज से मरीजों के नियमित ओपीडी पंजीकरण (बाहृय रोगी विभाग) को अस्थायी तौर पर बंद रखने का फैसला किया है। संस्थान अपने संसाधनों का उपयोग कोविड-19 के प्रकोप की रोकथाम के लिए करना चाहता है। एम्स के एक अधिकारी ने कहा, ''सभी केंद्रों और एम्स अस्पताल के विशेष क्लीनिक समेत नियमित ओपीडी के मरीजों का पंजीकरण 23 मार्च से अगले आदेश तक अस्थायी तौर पर बंद रखने का फैसला किया गया है।''
एम्स ने शुक्रवार को एक परिपत्र जारी कर 21 मार्च से सभी टाली जाने वाली सर्जरी को रोकने की घोषणा की थी और केवल आपातकालीन जीवन-रक्षक सर्जरी करने के निर्देश दिए थे। इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों और चिकित्सा शिक्षा संस्थानों को पर्याप्त संख्या में वेटिलेंटर और उच्च प्रवाह वाले ऑक्सीजन मास्क की खरीदारी करने को कहा था। साथ ही उन्हें अपने प्रांगण में भीड़ एकत्र नहीं होने देने की सलाह दी थी।
बता दें कि एम्स में प्रतिदन करीब 12 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। उनके साथ दो-तीन तीमारदार भी होते हैं। इसलिए प्रतिदिन करीब 30 से 40 हजार लोगों की भीड़ पहुंचती है। उसे नियंत्रित करने के लिए एम्स प्रशासन ने यह कदम उठाए हैं।
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