“सोनिया गांधी की तरह दोषियों को माफ कर दें”, वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से कहा
वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से अपील की है कि वह 2012 में उनकी बेटी के साथ हुए गैंग रेप और हत्या के दोषियों को माफ कर दें।
नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से अपील की है कि वह 2012 में उनकी बेटी के साथ हुए गैंग रेप और हत्या के दोषियों को माफ कर दें। इंदिरा जयसिंह ने यह अपील ट्विटर पर तब की जब शुक्रवार को दिल्ली कोर्ट द्वारा निर्भया के दोषियों के डेथ वॉरंट की तारीख आगे बढ़ाए जाने पर निर्भया की मां आशा देवी ने निराशा जाहिर की। निर्भया की मां ने कहा था कि "अभी तक मैंने कभी राजनीति की बात नहीं की थी। लेकिन, मैं अब कहना चाहती हूं कि जो लोग 2012 में महिला सुरक्षा के नारे लगाकर रैलियां कर रहे थे वहीं लोग आज मेरी बच्ची की मौत से राजनीतिक लाभ के लिए खेल रहे हैं।"
इंदिरा जयसिंह की अपील
निर्भया की मां के इस बयान के जवाब में वकील इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट किया। जयसिंह ने ट्वीट में लिखा कि "मैं आशा देवी का दर्द पूरी तरह से समझती हूं। लेकिन, मैं उनसे सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करने की अपील करती हूं, जिन्होंने नलिनी (पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी) को माफ किया और कहा कि वह उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं। हम सभी आपके साथ हैं लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं।"
सोनिया गांधी ने नलिनी को माफ किया
दरअसल, 1991 में हुई पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में नलिनी को साजिश में शामिल होने का दोषी पाया गया था। जिसके लिए नलिनी को मौत की सजा दी गई थी। लेकिन बाद में सोनिया गांधी ने नलिनी को माफ कर दिया था। नलिनी के अलावा इस मामले के दोषियों में उसके पति वी. श्रीहरण उर्फ मुरुगन, ए. जी. पेरारीवलन, टी. सुथेंद्रराजा उर्फ संथन, जयकुमार, रॉबर्ट पायास और रविचंद्रन शामिल हैं।
निर्भया के दोषियों की फांसी टली
दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाने के लिए शुक्रवार को नया मृत्य वारंट जारी किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने चारों दोषियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी दिये जाने का आदेश देते हुए उन्हें मृत्युदंड दिये जाने में देरी पर निराशा प्रकट की।
कोर्ट ने फांसी टालने की चाल का अंदेशा जताया
उन्होंने कहा, ‘‘यह मामला एक ऐसा परिदृश्य पेश करता है जब दोषियों को दया याचिका दाखिल करने का अवसर दिया गया लेकिन केवल एक ने इसे दाखिल किया। यह देरी करने की चाल हो सकती है। यह कितने लंबे समय तक चलेगा? मौत का वारंट जारी नहीं किया जाता तो दोषी अपने कानूनी उपायों की दिशा में पहल नहीं करते।’’
निर्भया की मां ने जाहिर की निराशा
निर्भया की मां ने फांसी की सजा टलने पर निराशा प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लड़ूंगी और लड़ती रहूंगी। मैं इंतजार करुंगी।’’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए उनके बेटी की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आशा देवी ने कहा कि "जो लोग 2012 में महिला सुरक्षा के नारे लगाकर रैलियां कर रहे थे वहीं लोग आज मेरी बच्ची की मौत से राजनीतिक लाभ के लिए खेल रहे हैं।"