दर्दनाक: 'पापा ने फोन कर कहा था सो जाओ, हम आ जाएंगे...और हमेशा के लिए सो गए भाई-बहन'
आग की लपटों से निकले धुएं में विनीत और शिखा गर्ग के दोनों मासूम बच्चे काल का ग्रास बन गए...
नई दिल्ली: दिल्ली के आदर्श नगर के केवल पार्ट इलाके में शॉर्ट सर्किट की वजह से घर में लगी आग से बिजनसमैन के दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। बता दें कि हादसे के समय दोनों बच्चें चार मंजिला इमारत के सेकंड फ्लोर पर सोए हुए थे। बता दें कि फर्स्ट फ्लोर पर एसी से निकली चिन्गारी से आग लगी थी। कुछ ही मिनटों में आग की भयानक लपटों ने फर्स्ट फ्लोर के फ्लैट को अपनी चपेट में ले लिया इससे अंदर से फ्लैट पूरी तरह जलकर खाक हो गया। लपटों से निकल रहे काले धुएं ने सेकंड फ्लोर को घेर लिया जिसके कारण दम घुटने से दोनों बच्चे अक्षरा (8) और सार्थक (10) बाहर नहीं निकल सके और दोनों की मौत हो गई। दोनों भाई-बहन थे।
आग की लपटों से निकले धुएं में विनीत और शिखा गर्ग के दोनों मासूम बच्चे काल का ग्रास बन गए। शनिवार को जब घर से मासूम भाई-बहन को एकसाथ अंतिम संस्कार के लिए जाने की तैयारी चल रही थी, वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम थीं। रोते-बिलखते मां-पिता और दादी को संभालना मुश्किल था।
परिजनों ने बताया, ‘रात को सोने से पहले अक्षरा ने फोन किया था कि पापा कब आओगे। फिर कुछ मिनट सार्थक ने बात की। तब पिता विनीत गर्ग ने बच्चों से कहा था आप सो जाओ, हम आ जाएंगे। लेकिन क्या पता था कि मासूम बच्चे हमेशा के लिए सो जाएंगे।’ विनीत गर्ग बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर पर रहते हैं और उनके दोनों बच्चे अशोक विहार में पढ़ते थे। सार्थक पांचवीं और अक्षरा तीसरी क्लास में पढ़ते थे। दो दिन पहले हुई मस्ती, डांस को याद करके परिजन कहते हैं, ‘विनीत का 3 मई को बर्थडे था जिसे उनकी जॉइंट फैमिली ने पूरी धूमधाम से मनाया था।’
हादसा शुक्रवार देर रात करीब सवा दस बजे आदर्श नगर इलाके में केवल पार्क के हाउस नंबर 230 में हुआ। फर्स्ट फ्लोर पर कांग्रेस से पिछले साल पार्षद का इलेक्शन लड़ चुके 44 वर्षीय अनुराग गर्ग का परिवार और सेकंड फ्लोर पर अनुराग के छोटे भाई विनीत गर्ग का परिवार रहता है। इसमें पत्नी शिखा गर्ग के अलावा आग में जान गंवा चुके दोनों बच्चे शामिल हैं। शुक्रवार रात सवा नौ बजे के करीब विनीत और शिखा गर्ग दोस्त की बहन की शादी में जीटी करनाल रोड स्थित रिसॉर्ट में थे। घर पर अक्षरा और सार्थक की देखरेख के लिए दादी कौशल्या मौजूद थीं। फर्स्ट फ्लोर पर बैक साइड में एसी लगा था। कंप्रेसर फटने से आग का बड़ा गुबार निकला, जिससे सेकंड फ्लोर तक लपटें पहुंच गईं। हादसे के समय अनुराग गर्ग हरि नगर में संतोषी मां के मंदिर दर्शन करने गए हुए थे। आग फैलती देख उनकी पत्नी राज गर्ग, बेटा ऋतिक और बेटी हंसिका भागकर नीचे आ गए।
सेकंड फ्लोर पर एक कमरे में दोनों बच्चे जबकि दूसरे कमरे में उनकी दादी सो रही थीं। आग देखकर आसपास के लोग बचाव करने के लिए आए और दादी को सीढ़ियों से उतार लिया गया। सेकंड फ्लोर पर दोनों बच्चों ने इधर-उधर भागकर बचने की कितनी मशक्कत की होगी, इसका नजारा पुलिस और दमकलकर्मियों ने देखा। हादसे के चश्मदीदों ने बताया कि जिस समय सार्थक को निकाला गया उसकी सांसें चल रही थीं। दमकलकर्मी जब तक उठाकर उन्हें ले जाते उसने दम तोड़ दिया।
आग की वजह से इलाके में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही आदर्श नगर थाने की टीम पहुंची। इसके कुछ देर बाद दमकल की एक के बाद एक 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग में अनुराग गर्ग का घर पूरी तरह जलकर खाक हो गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।