नई दिल्ली: फ्रांस ने भारत में उत्पादित कोविड-19 के टीके एस्ट्राजेनेका (भारत में कोविशील्ड नाम से) की खुराक लेने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को देश में आने की अनुमति दे दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने इस फैसले का स्वागत किया है। बता दें कि यह टीका भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा ही बनाया जा रहा है।
अदार पूनावाला ने कहा, "यात्रियों के लिए वास्तव में यह अच्छी खबर है। 16 यूरोपीय देश प्रवेश के लिए स्वीकार्य वैक्सीन के रूप में COVISHIELD को मान्यता दे रहे हैं। हालांकि, टीका लगाए जाने के बावजूद अलग-अलग देशों में प्रवेश दिशानिर्देश भिन्न हो सकते हैं।"
गौरतलब है कि फ्रांस ने भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित एस्ट्राजेनेका टीका लगवाने वालों को देश में आने की अनुमति यूरोपीय संघ द्वारा केवल यूरोप में उत्पादित एस्ट्राजेनेका टीके को मान्यता देने पर हुई आलोचना के बाद दी है।
कई यूरोपीय देश पहले ही भारत में निर्मित एस्ट्राजेनेका टीके को मान्यता दे चुके हैं, जिनका बड़े पैमाने पर ब्रिटेन और अफ्रीका में इस्तेमाल हो रहा है। प्रत्येक देश में अलग-अलग नियम होने की वजह से इस साल गर्मी की छुट्टियों में यात्रा करना और जटिल हो गया है।
फ्रांस ने अबतक चीन या रूसी टीकों को मान्यता नहीं दी है। यूरोपीय संघ के औषधि नियामक ने अबतक फाइजर/बायोएनटेक, मॉडर्ना, जॉनसन ऐंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका के टीके को अधिकृत किया है।
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