आरुषि मर्डर केस: थोड़ी ही देर में जेल से रिहा होंगे राजेश और नूपुर तलवार
आरुषि के माता-पिता डॉक्टर राजेश और नुपुर तलवार के आज सोमवार को रिहा होने की संभावना है. तलवार दंपति आरुषि-हेमराज मर्डर केस में करीब चार साल जेल की सज़ा काट चुके हैं.
आरुषि के माता-पिता डॉक्टर राजेश और नुपुर तलवार के आज सोमवार को रिहा होने की संभावना है. तलवार दंपति आरुषि-हेमराज मर्डर केस में करीब चार साल जेल की सज़ा काट चुके हैं. सीबीआई की अदालत ने तलवार दंपति को हत्या का आरोपी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी लेकिन पिछले हफ़्ते इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का आदेश दे दिया. तलवार दंपति को उसी दिन गाज़ियाबाद के डासना कारावास से रिहा होना था लेकिन अदालक के फ़ैसले की कॉपी न मिलने की वजह से वे अभी तक जेल में ही हैं.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 12 अक्टूबर को तलवार दंपति को फ़ौरन रिहा करने का फ़ैसला सुनाया था लेकिन समय से जेल प्रशासन को फैसले की कॉपी नहीं मिली थी. शनिवार और रविवार को छुट्टी थी. संभावना है कि आज दोनों की रिहाई हो जाएगी. इस बीच, गाजियाबाद CBI कोर्ट से राजेश और नूपुर का रिहाई ऑर्डर जारी हो गया है। थोड़ी देर में रिलीज ऑर्डर जेल पहुंचेगा। रिलीज ऑर्डर जेल प्रशासन को मिलने के कुछ ही देर बाद राजेश और नूपुर तलवार की रिहाई की संभावना है।
रिहाई प्रक्रिया में एक घंटे का समय लगेगा
कोर्ट से रिलीज आर्डर जेल पहुँचने के बाद तलवार दंपति का मेडिकल चेकअप कराया जाएगा. मेडिकल चेकअप के बाद ही तलवार दंपति जेल से बाहर निकलेंगे. जेल में रिलीज ऑर्डर रिसीव होने के बाद रिहाई प्रक्रिया में एक घंटे का समय लगेगा.
तलवार दंपति ने जेल से मेहनताना लेने से किया इनकार
राजेश तलवार ने डासना जेल में 4 साल 11 दिन जबकि नूपुर तलवार 3 साल 11 माह 18 दिन गुज़ारे हैं. कैदी नंबर 9342 राजेश तलवार को जेल के मरीजो को दांत के इलाज का काम दिया गया था जिसका मेहनताना 49 हजार रुपये बना है. कैदी नंबर 9343 नूपुर तलवार भी जेल की महिला मरीज़ों के इलाज के साथ बच्चों को पढ़ाने का काम जेल में करती थीं. जिसका मेहनताना 35 हजार रुपया बनता है लेकिन तलवार दंपति ने जेल से मेहनताना लेने से इनकार कर दिया है. जेल से रिहा होने के बाद भी तलवार दंपति कैदियों के इलाज के लिए हर 15 दिन बाद डासना जेल जाते रहेंगे.
4 साल पहले सीबीआई कोर्ट ने सुनाई थी आजीवन कारावास की सज़ा
ग़ौरतलब है कि सीबीआई अदालत ने आरुषि-हेमराज मर्डर केस में 26 नवंबर, 2013 को तलवार दंपति को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सीबीआई की जांच में कई ख़ामियों पाईं. कोर्ट का कहना था कि कई सबूतों की ना तो पड़ताल की गई और ना ही साक्ष्यों को वेरिफाई करने की कोशिश की गई. हाई कोर्ट ने कहा कि परिस्थितियों और रिकार्ड में दर्ज साक्ष्यों के मुताबिक तलवार दंपति को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
रात को होगी जलवायू विहार में पार्टी
तलवार दंपति रिहाई के बाद नोएडा सेक्टर 60 में साईं मंदिर जाएंगे फिर नोएडा में जलवायु विहार स्थित अपने फ़्लैट जाएंगे जहां आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या हुई थी. आरुषि की चाची ने बताया वे लोग जलवायु विहार में रात को डिनर पार्टी करेंगे जिसमें रिश्तेदार शामिल होंगे. इस बार वे दिवाली भी मनाएंगे जो उन्होंने आरुषि की हत्या के बाद अभी तक नहीं मनाई थी.