आज की बात 28 दिसंबर एपिसोड: 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' फिल्म को लेकर कांग्रेस क्यों है बेचैन
आज मैं आपको उस फिल्म के बारे में बताऊंगा जो आने वाले नए साले की सबसे कॉन्ट्रोवर्शियल फिल्म...सबसे चर्चित फिल्म हो सकती है...ये फिल्म डॉक्टर मनमोहन सिंह के ऊपर बनी है...दस साल प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह की लाइफ की इनसाइड स्टोरी है.
आज मैं आपको उस फिल्म के बारे में बताऊंगा जो आने वाले नए साले की सबसे कॉन्ट्रोवर्शियल फिल्म...सबसे चर्चित फिल्म हो सकती है...ये फिल्म डॉक्टर मनमोहन सिंह के ऊपर बनी है...दस साल प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह की लाइफ की इनसाइड स्टोरी है....फिल्म का नाम है द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर....ये फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होगी....लेकिन मैंने थोड़े दिन पहले इस फिल्म को देखा है...हालांकि उस समय फिल्म में बहुत सारा काम होना बाकी था....मैं आपको ये बता सकता हूं कि इस फिल्म में है क्या और प्रोमो रिलीज होते ही ये फिल्म चर्चा में क्यों आ गई....इस फिल्म में अनुपम खेर ने मनमोहन सिंह का किरदार निभाया है...और मैं कह सकता हूं कि ये अनुमप खेर के लिए उनकी लाइफ का सबसे चेलेंजिंग रोल रहा होगा...फिल्म देखते हुए अनुपम खेर की आवाज...चाल ढ़ाल...हाव भाव ...अंदाज...देखकर ऐसा लगा है कि वाकई में मनमोहन सिंह खुद पर्दे पर उतर आए हैं....रोल इसलिए भी चुनौती पूर्ण है क्योंकि मनमोहन सिंह न तो काल्पिनिक करैक्टर हैं....न कोई बहुत पुराने एतिहासिक फिगर हैं....उनको तो हम आज भी रोज देखते हैं....थोड़ी देर में अनुपम खेर आज की बात में मेरे साथ होंगे....बहुत सारे सवाल मैं उनसे पूछना चाहता हूं...लेकिन अनुपम खेर आएं उससे पहले मैं इस फिल्म के बार में आपको दो चार बातें बता दूं.... ये फिल्म संजय बारू की किताब द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर बनी है.... जिस वक्त मनमोहन सिंह प्राइम मिनिस्टर थे...उस वक्त संजय बारू मनमोहन सिंह के मीडिया एडवाइजर थे....ये किताब पिछले लोकसभा इलैक्शन से पहले रिलीज हुई थी....और इस पर बनी फिल्म आने वाले चुनाव से पहले रिलीज हो रही है....इसे सेंसर बोर्ड ने आज ही क्लीयर कर दिया है...ROLL PROMO
पर कॉन्ट्रोवर्सी शुरू हो गयी है... कांग्रेस इस फिल्म का विरोध कर रही है, इस फिल्म को बैन करने की मांग कर रही है... ये फिल्म फॉरमर प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह के मीडिया एडवाइजर संजय बारू की किताब द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर बनी है, कल ही इसका ट्रेलर रिलीज हुआ और ट्रेलर जारी होते ही इसपर कॉन्ट्रोवर्सी शुरू हो गयी... इस फिल्म पर जबरदस्त सियासत हो रही है, मैं आपको सबकी बात सुनाउंगा, लेकिन सबसे पहले आपको इस फिल्म के बारे में बता दूं...ये फिल्म 11 जनवरी को रिलीज हो रही है.. चूंकि ये फिल्म किताब पर बनी है इसलिए इस फिल्म में सारे किरदारों के नाम असली हैं... कुछ भी इनडायरेक्ट नहीं है... सिंबॉलिक नहीं है... फिल्म में उन कैरेक्टर्स के गेटअप भी रियल लाइफ काफी करीब है... अनुपम खेर ने इसमें मनमोहन सिंह का किरदार निभाया है, उन्होंने उनकी आवाज से लेकर चलने के स्टाइल और सारे हाव भाव को काफी हदतक कॉपी किया है.... ट्रेलर देख कर समझ आ रहा है कि अनुपम खेर ने इस किरदार के लिए काफी मेहनत की है, बेहद करीब से मनमोहन सिंह के कैरेक्टर को स्टडी किया है... अक्षय खन्ना उनके मीडिया एडवाइजर संजय बारू के रोल में हैं... जिन्होंने एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर किताब लिखी है... सोनिया गांधी का कैरेक्टर जर्मन एक्ट्रेस सुजैन बर्नेट ने निभाया है, इनका गेटअप भी शानदार है, बिलकुल सोनिया गांधी से मिलता जुलता है, विदेशी हैं, इसलिए उनकी हिंदी भी सोनिया गांधी के ऐक्सेंट से मेल खाती है... आहना कुमरा प्रियंका गांधी के रोल में हैं और अर्जुन माथुर राहुल गांधी के कैरेक्टर में हैं... इन सभी एक्टर्स ने अपने अपने रोल को बेहद इमानदारी से, और रीयल कैरेक्टर्स के करीब रखने की कोशिश की है... फिल्म का जितना हिस्सा ट्रेलर में रिलीज हुआ है, उससे ऐसा लग रहा है कि इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के बीच के टसल को दिखाया गया है... न्यूक्लियर डील जैसे इशू पर पार्टी के भीतर से मनमोहन सिंह को कितना प्रेशर झेलना पड़ा था, कैसे देश हित के मुद्दों पर मनमोहन सिंह को फैसला लेने से रोका जाता था, और जब सरकार पर करप्शन के आरोप लगे तो मनमोहन सिंह के चेहरे को आगे रखा गया, ताकि गांधी परिवार पर दाग़ न लगे... इस फिल्म में हर उस कॉन्ट्रोवर्सी के पीछे की कहानी बतायी गयी है जो यूपीए के दोनो रिजीम में हुई थी...
संजय बारू इस फिल्म में सूत्रधार के रूप में दिखाई देंगे....पूरी स्टोरी उनके जरिए नैरेट की गई है....कई जगह संजय बारू मनमोहन सिंह के मीडिया एडवाइजर के बजाए उनके पॉलिटिकल एडवाइजर नजर आते हैं....फिल्म में संजय बारू का रोल अक्षय खन्ना ने प्ले किया है....ये भी एक कोइंसीडेंस है कि अक्षय खन्ना के पिता विनोद खन्ना बीजेपी के लीडर थे...MP रहे....और वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी थे....फिल्म की मेन लीड अनुपम खेर की वाइफ भी बीजेपी की MP हैं....और आज जब इस फिल्म के प्रोमो को बीजेपी के ट्वीटर हैंडल से रिलीज किया गया तो कुछ ही घंटों ने करीब तीन लाख पच्चीस हजार लोगों ने इसे देख लिया....कांग्रेस के नेताओं ने भी इस पर रिएक्ट किया...महाराष्ट्र के यूथ कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि फिल्म रिलीज होने से पहले उन्हें दिखाई जाए...
इस फिल्म में कॉस्टिंग काफी कमाल की है....सोनिया गांधी के रोल में जर्मन एक्ट्रेस सुजैन बर्नेट हैं....जो बिल्कुल सोनिया गांधी की तरह दिखती हैं...आवाज और अंदाज भी सोनिया गांधी जैसा ही है...मैं आपको एक वीडियो दिखाता हूं...जो फिल्म की शूटिंग के दौरान रिकॉर्ड किया गया....इसमें फिल्म के मनमोहन सिंह और फिल्म की सोनिया गांधी साथ बैठकर चाय पीते बिस्कुट खाते दिखाई दे रहे हैं
लेकिन फिल्म में सोनिया गांधी का किरदार ऐसा है जो प्राइम मिनिस्टर को बड़े फैसले लेने से रोक देती है....कई जगह ऐसे इंन्सीडेंट दिखाए गए हैं...जहां सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के फैसलों को बदल दिया...ये बातें संजय बारू की किताब में तो लिखी गईं थी लेकिन फिल्म में होने के कारण पूरी तरह पब्लिक डोमेन में आ जाएंगी...फिल्म में बिल्कुल साफ साफ दिखाया गया कि किस तरह सोनिया गांधी मनमोहन सिंह के बाद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की तैयारी में लगी थी....एक जगह वो मनमोहन सिंह से कहती हैं कि सारे फैसले आप ले लेंगे तो आने वाले प्रधानमंत्री क्या करेगा...इस फिल्म में थोड़ी देर के बाद ये बात भी सामने आती है कि आखिर कैसे राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनते बनते रह गए....फिल्म में प्रैशर से परेशान होकर मनमोहन सिंह कहते हैं कि वो इस्तीफा देना चाहते हैं...तो सोनिया गांधी मनमोहन सिंह से ये कहती हैं कि इतने घोटाले हो रहे हैं...करप्शन के इतने केसेज हैं...ऐसे राहुल टेकओवर कैसे करे...प्रधानमंत्री कैसे बने...
प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का करैक्टर निभाने वाले एक्टर भी बड़े मेहनत से खोजे हैं....और बिल्कुल मिलते जुलते हैं...राहुल गांधी ने जब मनमोहन सिंह के ऑर्डिनेंश को फाड़ा था वो इंसीडेंट भी इस फिल्म में है...और एक जगह ये भी दिखाया गया है कि जब सोनिया गांधी प्राइम मिनिस्टर से गंभीर राजनैतिक इश्यूज पर बात कर रही है तो राहुल गांधी थोड़े डिसइटरेस्टिंड दिखाई दिए...उस शॉट में ऐसा लगा जैसे राहुल अपने फोन पर गेम खेल रहे हैं...ये कोई वीडियो देख रहे हैं
इस फिल्म में अटल बिहारी बाजपेयी ...L K आडवाणी से लेकर अहमद पटेल और पी चिंदबरम के करैक्टर भी कमाल के हैं...बिल्कुल इन लोगों के जैसे दिखते हैं...और उसी अंदाज में बात करते हैं....
अनुपम खेर तो अपनी फिल्म से खुश हैं....वो कह रहे हैं कि उन्हें सियासत से क्या लेना देना...लेकिन हकीकत यही है कि फिल्म ने राजनीतिक गर्मी तो बढ़ा दी है....कांग्रेस नाराज है...परेशान है...और बीजेपी के नेता मजे ले रहे हैं....चूंकि फिल्म के प्रोमो को बीजेपी के ट्वीटर हैंडल पर जारी किया गया....इसलिए कांग्रेस ने इस फिल्म को बीजेपी का प्रोपेगंडा बता दिया....कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि बीजेपी इस फिल्म के जरिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी की इमेज को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है....फिल्म में फैक्ट्स को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है..
महाराष्ट्र में यूथ कांग्रेस के नेताओं ने तो बाकयदा धमकी दे दी....कि अगर रिलीज से पहले उन्हें फिल्म नहीं दिखाई गई तो वो फिल्म का विरोध करेंगे...फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे...इसके लिए महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट सत्यजीत तांबे ने फिल्म प्रोड्यूसर्स को चिट्ठी भी लिखी थी...
कांग्रेस के कई नेताओं को आपने सुना जो कह रहे हैं कि ये प्रोपेगंडा है...बीजेपी ने रिलीज की है...लेकिन मैं इस फिल्म के प्रोड्यूसर सुनील बोरा को जानता हूं...उनका तो कोई पॉलिटिकल कनैक्शन नजर नहीं आया.. लेकिन अगर किसी का कोई पॉलिटिकल कनैक्शन हो भी तो उससे फिल्म बनाने का हक तो नहीं छीना जा सकता...मुझे याद है कि जब उड़ता पंजाब को लेकर कन्ट्रोवर्सी हुई थी....तो कांग्रेस ने स्टैंड लिया था कि इस फिल्म को रोकना नहीं चाहिए...और फिर जब तमिल फिल्म Mersal को रोकने की बात आई तो राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा था कि Mr Modi, Cinema is a deep expression of Tamil culture and language ..Don't try to demon-etise Tamil pride by interfering in Mersal....इस बैकग्राउंड में कांग्रेस के लिए तो फिल्म पर सवाल उठाना मुश्किल होगा...