राम रहीम के फोन से मिला MMS, जानें बाबा के पास हनी के वीडियो का सच
सोशल मीडिया में एक ऐसा वीडियो वायरल है जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये हनीप्रीत का एमएमएस है। दावा ये है कि हनीप्रीत का ये एमएमएस बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम के फोन से मिले हैं।
नई दिल्ली: सोशल मीडिया में एक ऐसा वीडियो वायरल है जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये हनीप्रीत का एमएमएस है। दावा ये है कि हनीप्रीत का ये एमएमएस बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम के फोन से मिले हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद बाबा के फोन को जब्त किया और जब फोन के अंदर सेव्ड वीडियो क्लिप्स को खंगाला गया तो ये शर्मनाक वीडियो मिला।
हनीप्रीत की MMS और बाबा की काली करतूत
यूट्यूब पर ऐसे वीडियोज की भरमार है जिसमें हनीप्रीत के एमएमएस का जिक्र है। खुद को न्यूज वेबसाइट्स बताने वालों ने ये भी दावा किया है कि खुद बाबा राम रहीम ने अपनी गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत के वीडियोज बनाए। यूट्यूब पर ऐसे वीडियोज की भरमार है जिसमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस को हनीप्रीत का एक अश्लील एमएमएस मिला है। हैरानी की बात ये है कि इन वीडियोज में बताया जा रहा है कि हनीप्रीत का एमएमएस बलात्कारी बाबा राम रहीम के फोन से मिला है।
यूट्यूब पर ऐसे वीडियोज की संख्या सैकड़ों में है जिसे हनीप्रीत के एमएमएस को खबर और खुलासा बता कर अपलोड किया गया है। इन सारे वीडियोज को कहानी एक ही है दावा ये किया जा रहा है कि राम रहीम को जब गिरफ्तार हुआ तो पुलिस ने राम रहीम के फोन जब्त कर लिया। तहकीकात के लिए पुलिस ने फोन को खंगालना शुरू किया। इसी दौरान उन्हें राम रहीम के फोन में कई वीडियोज मिले इन्ही में से एक ऐसा क्लिप मिला जिसे देखकर पुलिस वाले सन्न रह गए। ये वीडियो हनीप्रीत का है.. दावा ये भी है कि इस वीडियो को खुद राम रहीम ने बनाया है।
क्या है हनीप्रीत MMS का सच ?
हमारे चैनल इंडिया टीवी संवाददाता गौरव वालिया और जगदीप संधु ने चंडीगढ़ में वायरल खबर की पड़ताल शुरू की। हमने सबसे पहले राम रहीम के पुराने सहयोगियों से मुलाकात की। राम रहीम के पुराने सहयोगी तो मानते हैं कि बाबा और हनीप्रीत सबके सामने अपने करीबी रिश्तों का इजहार करते थे। कभी कभी ये दोनों कुछ ऐसा भी कर जाते थे जिसके बारे में डेरे के लोग आपस में चर्चा तो करते थे लेकिन डेरे के अंदर बाबा का खौफ इतना था कि कोई कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करता था। जहां तक बात वायरल की है.. तो डेरे के पुराने सहयोगी सिर्फ अंदाज लगा रहे हैं उनके पास कोई ठोस जानकारी नहीं है।
इंडिया टीवी ने वायरल खबर की पड़ताल के दौरान डेरे से जुड़े कई लोगों से बात की.. ये डेरे के अंदर होने वाली हर घटना से अच्छा तरह वाकिफ है। राम रहीम और हनीप्रीत को भी जानते हैं। ये लोग राम रहीम और हनीप्रीत के आपत्तिजनक वीडियो से इंकार तो नहीं करते लेकिन वायरल वीडियो के बारे उन्होंने साफ साफ बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर ये वीडियो हनीप्रीत का होता इन्हें जरूर पता होता।
हमारी तहकीकात में ये भी पता चला कि बाबा वीडियो देखने का शौकीन था। पुलिस ने डेरे से करीब 60 हार्डडिस्क बरामद किए है जिसमें खुफिया कैमरे के कैद वीडियो को स्टोर किया गया है। पुलिस हार्डडिस्क से वीडियो रिकवर कर रही है.. डेरे के अंदर 1000 कैमरे लगे थे। गुफा के अंदर ही कैमरों का कंट्रोल रूम मौजूद था जहां से बाबा सबको देखता था। साध्वी निवास से लेकर और महिलाओं के कमरे में इसने स्पाई कैम लगा रखे थे। हैरानी की बात तो ये है कि हनीप्रीत के कमरे से भी पुलिस को स्पाई कैम मिला है मतलब ये कि बाबा खुफिया कैमरे से सबकुछ देखा करता था।
बाबा के मोबाइल से क्या-क्या मिला?
वायरल वीडियो के दावे अगर सही है तो इसका मतलब ये है कि राम रहीम का फोन पुलिस के पास है। इस फोन से किसकी तस्वीर निकली, किसका वीडियो मिला। ये सब सिर्फ वो बता सकता है जिसके पास बाबा का फोन है यानि सिर्फ पुलिस अधिकारी ही बता सकते हैं, हनीप्रीत के एमएमएस का सच। इसलिए इंडिया टीवी ने हरियाणा के डीजीपी से संपर्क किया। हरियाणा पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी ने जो बताया वो हैरान करने वाला था।
हमारी पड़ताल में ये साबित हुआ कि हरियाणा पुलिस के पास हनीप्रीत का कोई वीडियो नहीं है.. न ही पुलिस ने राम रहीम के फोन जब्त किया है। हरियाणा पुलिस के मुताबिक ये खबर बेबुनियाद है कि पुलिस को राम रहीम के फोन से हनीप्रीत का कोई एमएमएस मिला है इसलिए ये कहना पड़ेगा कि वायरल खबर झूठी है। इंडिया टीवी की तहकीकात में ये साबित हुआ कि वायरल खबर झूठी है.. हरियाणा पुलिस के डीजीपी के मुताबिक राम रहीम के सारे राज उन 1000 सीडी और 60 हार्ड डिस्क में छिपे हैं जिसे पुलिस ने डेरे से बरामद किया है।
देखिए वीडियो-
वायरल वीडियो तो फर्जी साबित हो गया लेकिन सवाल अभी बाकी है.. जब राम रहीम का फोन पुलिस के पास ही नहीं है तो फिर ये खबरें सोशल मीडिया पर कैसे आ रही हैं.. इंडिया टीवी ने जब इसकी तहकीकात की तो पता चला कि जब से राम रहीम जेल गया है तब से ऐसे यूट्यूब चैनल और न्यूजवेबसाइट्स की बाढ़ आ गई है जो बिना सबूत के मनगढंत कहानियां फैलाते हैं। लोग इन वेबसाइट्स और वीडियोज को देखते हैं जिससे अफवाह फैलाने वालों की कमाई हो जाती है। हनीप्रीत के एमएमएस की खबर भी सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने वालों की करतूत है।