नई दिल्ली: पाकिस्तानी सैनिकों ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के कमलकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जिसका भारत ने जबरदस्त पलटवार किया। सेना के सूत्रों के मुताबिक जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के 11 जवान मार गिराए हैं। पाकिस्तान की तरफ से मारे गए जवानों में 2-3 एसएसजी कमांडर भी शामिल हैं। शुरू में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 8 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन बाद में आंकड़ा बढ़कर 11 तक पहुंच गया। वहीं, इस हमले में पाकिस्तान के 16 सैनिक घायल भी हुए हैं।
भारतीय सेना के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से उकसावे की हरकत की शुरुआत की गई। पाकिस्तान ने उरी से लेकर गुरेज तक के क्षेत्रों में सीजफायर का उल्लंघन किया जिसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना दे रही है। बताया जा रहा है पाकिस्तान की तरफ से किए गए सीजफायर उल्लंघन में बीएसएफ एसआई राकेश डोवाल समेत सेना के दो अन्य जवान इस गोलाबारी में शहीद हो गए। वहीं, तीन आम नागरिकों के मारे जाने की भी खबर है। एक अन्य नागरिक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने यह भी बताया कि सेना ने घुसपैठ की एक कोशिश को विफल कर दिया। केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संघर्ष विराम का उल्लंघन कर घुसपैठ के लिए मदद की जा रही थी। श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, ‘‘केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों पर आज हमारे सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधियां देखीं। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया।’’
एक सप्ताह के भीतर यह घुसपैठ की दूसरी कोशिश थी। इससे पहले 7- 8 नवंबर की मध्यरात्रि माछिल सेक्टर में घुसपैठ का असफल प्रयास किया गया था जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए थे उस अभियान में सेना के एक कैप्टन और बीएसएफ के एक जवान सहित तीन सैनिक शहीद हो गए थे। प्रवक्ता ने कहा, "भारत की सेना पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के सभी प्रयासों को नाकाम बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।"
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