हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से सांप्रदायिक आधार पर कथित पलायन का एक बड़ा मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि यहां के धनपुरा गांव के रहने वाले 60 हिंदू परिवारों ने मुसलमानों के डर से अपना पुश्तैनी घर छोड़ दिया है। वहीं, दूसरी तरफ यहां के मुसलमानों का कहना है कि ये सारे आरोप आधारहीन हैं और सरकार जब चाहे जांच करा सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धनपुरा के रहने वाले प्रेमचंद अपने परिवार के साथ 3 साल बाद गांव लौटे थे, लेकिन वापस लौटने के बाद से दहशत में हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इन्हें घर पहुंचाया था, लेकिन इसके बावजूद इनके घर में तोड़फोड़ की गई और धमकी दी गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले एक साल के भीतर धनपुरा के 20 से 25 परिवार अपना घर छोड़कर जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि 1994 के बाद 60 से ज्यादा परिवार इस गांव से पलायन कर चुके हैं। यहां रहने वालों का आरोप है कि एक विशेष समुदाय के लोग हिंदुओं का उत्पीड़न कर रहे हैं, उनके साथ मारपीट करते हैं, जिस वजह से वे पलायन करने को मजबूर हैं। हिंदूओं के पलायन के खिलाफ गांव के ही पकंज सैनी अनशन पर बैठ गए। मुद्दा गर्माने के बाद बीजेपी के महामंत्री नरेश बंसल और सांसद रमेश पोखरियाल पहुंचेऔर उन्होंने धरने पर बैठे पंकज सैनी को जूस पिलाकर उनका 14 दिन का अनशन खत्म कराया।
एक तरफ जहां हिंदू समाज पलायन के लिए एक खास वर्ग को जिम्मेदार बता रहा है, तो दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय ने ऐसी किसी भी बात से इनका किया है। गांव के मुस्लिमों का कहना है कि कुछ हिंदुओं द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार या केंद्र सरकार जब चाहे आरोपों की जांच करा सकती है। वहीं, हिंदू परिवारों के पलायन की खबरों के सुर्खियों में आने के बाद से प्रशासन ऐक्शन में है और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
वीडियो: उत्तराखंड के हरिद्वार से 60 हिंदू परिवारों ने मुसलमानों के डर से किया पलायन!
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