5G नेटवर्क की टेस्टिंग से बढ़ रहे देश में कोरोना के मामले? जानिए ऑडियो मैसेज की सच्चाई
सोशल मीडिया पर एक एक 1 मिनट 20 सेकेंड के ऑडियो मैसेज में देश में 5-जी की टेस्टिंग के कारण कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते और हो रही मौतों को लेकर दावा किया जा रहा है।
नई दिल्ली। देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों की वजह 5-जी की टेस्टिंग माना जा रहा है। देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। वहीं एक एक 1 मिनट 20 सेकेंड के ऑडियो मैसेज में देश में 5-जी की टेस्टिंग के कारण कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते और हो रही मौतों को लेकर दावा किया जा रहा है।
जानिए ऑडियो मैसेज में क्या कहा जा रहा है
दअससल, एक 1 मिनट 20 सेकेंड के ऑडियो मैसेज में देश में 5-जी नेटवर्क की टेस्टिंग की बात कही जा रही है। वायरल ऑडियो मैसेज में कहा जा रहा है कि 'पहला व्यक्ति- जो नहीं खा रहा है उनके लिए हो रहा है। दूसरा व्यक्ति- जो नहीं खा रहा है वही गिर रहा है, जो खा रहा है वो थोड़ी गिर रहा है। पहला व्यक्ति- तो महाराज तो इसका मतलब जो है रात पर छत-वत पर सोना बेकार है तो फिर तो। दूसरा व्यक्ति- एकदम एकदम... बेकार है घर में ही रहे और जहां तक हो सके तो अंडा वगैरह ये सब खाए, मीट वगैरह खाए बस। फिर पहला व्यक्ति बोलता है ए आदित्य जी, तो ये कितना दिन 5 जी कितना दिन चलेगा?' दूसरा वयक्ति बोलता है ये मई तक है और ये आपका 4 या 5 जून लॉन्चिंग है ना मई तक पूरा कश्मीर-कश्मीर सब तक पकड़ लेगा और इधर खत्म हो जाएगा। इसी बीच पहला व्यक्ति कहता है कि मने लगता है इसी वजह से गला सूख रहा है। फिर दूसरा व्यक्ति कहता है कि हां, बहुत तगड़ा गला सूखेगा। क्या समझ रहे हैं आप। पानी पीते रहिए, गला गीला रखिए हमेशा। बगल में पानी लेकर सोइए। वो भी गर्म पानी लेकर सोइए। इसी बीच पहला व्यक्ति कहता है कि कल एक साढू को भी ऐसा हुआ और टक से मर गए यार वो। तभी पहला व्यक्ति कहता है कि मैं बता दे रहा हूं ना इ ज्यादा शोर भी नहीं किया गया है ठीक है। टॉवरो उठा-उठा के फेंकना चालू कर देगी जनता। अब जनता के हित में ये काम हो रहा है कोई दूसरे के हित में तो ये काम हो नहीं रहा है। इसको खाली कोरोना नाम दे दिया गया है। 15 मई के बाद कम हो जाएगा। जहां ये बंगाल और असम को पकड़ लेगा न तो कम हो जाएगा।
जानिए 5-जी के टेस्टिंग की सच्चाई
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक 'तथ्य जांच इकाई' गठित की है जिसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने इसकी पूरी पड़ताल अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर की है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा कि 'एक ऑडियो मैसेज में दावा किया जा रहा है कि राज्यों में 5g नेटवर्क की टेस्टिंग की जा रही है जिस कारण लोगों की मृत्यु हो रही है व इसे #Covid19 का नाम दिया जा रहा है।' PIB Fact Check में कहा गया है कि यह दावा फ़र्ज़ी है। कृपया ऐसे फ़र्ज़ी संदेश साझा कर के भ्रम न फैलाएं।
आपको भी मिले कोई मैसेज तो करवा सकते हैं फैक्ट चेक
अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।