नई दिल्ली: वायुसेना अध्यक्ष बीएस धनोआ ने कहा कि तिब्बत क्षेत्र में चीन के 50 विमानों की मौजूदगी से भारत को कोई खतरा नहीं है क्योंकि पूर्वी क्षेत्र में सीमा रेखा के पास हमारे भी कई एयरबेस हैं। इसके साथ ही उन्होंने इसबात पर जोर दिया कि भारत किसी भी खतरे की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। वायुसेना अध्यक्ष धनोआ का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि तिब्बत क्षेत्र में चीन द्वारा अपने एयर डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की खबरें आ रही हैं।
किसी भी खतरे का मुकाबला करने की तैयारी से जुड़े एक सवाल के जवाब में वायुसेना प्रमुख ने कहा, ' तिब्बत में चीन के 50 विमानों की मौजूदगी से भारत को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है। पूर्वी सीमा पर हमारे पास भी कई एयरबेस हैं। सरकर ने दूर-दराज के इलाकों में अगली पीढ़ी के विमानों के लिए शेल्टर बनाने को मंजूरी दे दी है। '
उन्होंने कहा कि हम अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहे हैं। हमारे पास हर तरह के खतरे का सामना करने की योजना है। एयर चीफ धनोआ नई दिल्ली में एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अगर आप हमारे एयरबेस देखें तो लेह से शुरू करके आदमपुर, हलवारा, अंबाला, चंडीगढ़ से छाब्वा तक हमारा काफी विस्तार है और विमानों की संख्या भी हमारे पास पर्याप्त है। तो ऐसे में तिब्बत में चीन के 50 विमान हमारे लिए खतरा कैसे हो सकते हैं? वायुसेना अध्यक्ष ने कहा कि इसका एक ही जवाब है और वो है- नहीं, हमें कोई खतरा नहीं है।
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