तिरुवनंतपुरम: केरल में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या 39 हो गई है। राज्य की हेल्थ मिनिस्टर केके शैलजा ने कहा कि "यहां के आइसोलेशन वॉर्ड में कोरोना वायरस के पांच नए केस आए हैं। इसमें से तीन लोग हाल ही में इटली से लौटे थे, जिनके कारण पत्तनंतिट्टा में दो और लोगों में वायरस फैल गया।"
भारत में फैल रहा कोरोना वायरस
बता दें कि चीन के वुहान शहर से निकलकर कोरोना वायरस अब दुनिया के 90 से ज्यादा देशों मे फैल चुका है। चीन के बाद इटली- दूसरा, ईरान- तीसरा और साउथ कोरिया- चौथा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। भारत में भी इसके केस धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना वायरस के अब तक 39 पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिसमें से तीन ठीक हो गए हैं जबकि 36 अभी एक्टिव हैं।
3.4% है कोरोना वायरस का मोर्टेलिटी रेट
कोरोना वायरस का मोर्टेलिटी रेट दूसरे कई वायरसों के मुकाबले कम है लेकिन यह तेजी से फैलता है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) के मुताबिक, 3 मार्च 2020 तक कोरोना वायरस का मोर्टेलिटी रेट 3.4% था। वहीं, शुरुआत में इसका मोर्टेलिटी रेट 2 फीसदी दर्ज किया गया था। मोर्टेलिटी रेट बताता है कि एक समय में कुल लोगों में से कितने लोगों की मौत हुई। इसे कभी-कभी डेथ रेट भी कहा जाता है।
SARS और MERS से कम है कोराना का मोर्टेलिटी रेट
2012 में MERS कोरोना वायरस सामने आया था। इसकी सबसे पहले सउदी अरब में पहचान हुई थी। बाद में यह वायरस 27 देशों में फैल गया था। WHO के मुताबिक, इसका मोर्टेलिटी रेट करीब 35% था यानि अभी के कोरोना वायरस से करीब 11 फीसदी ज्यादा। वहीं, 2002-2003 में SARS कोरोना वायरस सामने आया था, जो बाद में 26 देशों में फैला। इसका मोर्टेलिटी रेट करीब 10 फीसदी था यानि आज के कोरोना वायरस से करीब 3 गुना ज्यादा।
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