नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में लोगों के जीने के तरीके को काफी हद तक बदल दिया है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है। बुधवार को सामने आए एक नए सर्वे में पता चला है कि भारत में 46 प्रतिशत लोग डॉक्टरों से मिलने की बजाय उन्हें फोन कॉल कर ऑनलाइन परामर्श ले रहे हैं। ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श मंच 'माउंट वर्चुअल हॉस्पिटल' द्वारा सर्वेक्षण दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के साथ ही उत्तर प्रदेश और बिहार में कराया गया। इस सर्वे के लिए डेटा 20 से 85 वर्ष की आयु समूह से एकत्र किया गया था। सर्वेक्षण में कुल 2,406 उत्तरदाताओं ने अपनी बात रखी, जिसमें 1,455 पुरुष और 951 महिलाएं शामिल रहीं।
फोन से डॉक्टर की सलाह लेने में ये लोग रहे आगे
निष्कर्षो से पता चला कि लगभग 70 प्रतिशत उत्तरदाता, जो मधुमेह, हृदय की समस्या, रक्तचाप, कैंसर या गुर्दे की बीमारियों से जूझ रहे हैं और जिन्हें कोविड-19 से भी खतरा है, उन्होंने फोन कॉल करके ही डॉक्टर से परामर्श ली। रोगी पहली बार परामर्श के अलावा इलाज के दौरान आगे की परामर्श भी डॉक्टर के पास या अस्पताल जाने के बजाय फोन से ही ले रहे हैं। माउंट वर्चुअल अस्पताल के संस्थापक संजय सिंह ने एक बयान में कहा, ‘लोगों को डॉक्टरों से जुड़ने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग करने के साथ, हम व्यवहार परिवर्तन को देख रहे हैं और यह आने वाले समय में स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।’
‘ऑनलाइन परामर्श पसंद कर रहे बड़ी उम्र के लोग’
रिपोर्ट के अनुसार, 18-45 वर्ष के आयु वर्ग में सर्वे में शामिल 60 प्रतिशत महिलाएं त्वचा, पोषण और आहार के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से संबंधित परामर्श प्राप्त करने के लिए डॉक्टरों से डिजिटल रूप से जुड़ना पंसद कर रही हैं। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि 45-85 वर्ष की आयु के 80 पर्सेंट पुरुष अभी भी अपनी उम्र को ध्यान में रखते हुए कोविड संक्रमण के डर से ऑनलाइन परामर्श लेना पसंद कर रहे हैं। फोर्टिस अस्पताल में क्लिनिकल हिमाटोलॉजी एंड बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. राहुल भार्गव ने कहा, ‘हमने ऑनलाइन परामर्श की मांग में लगभग 200 फीसदी उछाल देखा है। कई कैंसर रोगी, जो कोविड संक्रमण के खतरे से बचना चाहते हैं, वे हमारे साथ वीडियो कॉल से जुड़ रहे हैं।’
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