दिल्ली में सम-विषम योजना को लागू करने के लिए यातायात पुलिस की 200 टीमें तैनात होगी
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हुसैन ने कहा, ‘‘हम सम-विषम योजना को सुचारु रूप से लागू करने के लिए पूरे शहर में 200 टीमों को तैनात करेंगे।’’
नई दिल्ली। गंभीर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सोमवार से दिल्ली में लागू हो रही सम-विषम परिवहन व्यवस्था को लागू कराने के लिए यातायात पुलिस 200 टीमों को तैनात करेगी। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। दिल्ली में सोमवार की सुबह आठ बजे सम-विषम योजना लागू होगी और पहले दिन केवल सम संख्या वाले निजी वाहनों को चलने की अनुमति होगी।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हुसैन ने कहा, ‘‘हम सम-विषम योजना को सुचारु रूप से लागू करने के लिए पूरे शहर में 200 टीमों को तैनात करेंगे।’’ अधिकारियों के मुताबिक प्रत्येक टीम में चार पुलिस कर्मी होंगे जो सम-विषम योजना का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखेंगे और उनपर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने बताया कि नियम का उल्लंघन करने वाले पर चार हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यातायात पुलिस के हवलदार और इससे ऊपर के अधिकारियों, उपमंडलीय अधिकारी, तहसीलदार और दिल्ली परिवहन निगम में सहायक यातायात निरीक्षक से ऊपर स्तर के अधिकारी को चालान करने के लिए अधिकृत किया गया है।
सम-विषम योजना 15 नवंबर तक सुबह आठ बजे से रात के आठ बजे तक लागू रहेगी। ऐसे निजी वाहन जिनकी पंजीकरण संख्या का आखिरी अंक विषम है (जैसे 1,3,5,7 और 9) के 4,6,8,12 और 14 नवंबर को दिन में चलने पर रोक रहेगी। इसी प्रकार जिन निजी वाहनों के पंजीकरण संख्या का आखिरी अंक सम होगा (0,2,4,6,8) उनकों सुबह आठ बजे रात आठ बजे तक 5,7,9,11,13 और 15 नवंबर को सड़कों पर उतारा नहीं जा सकेगा।
यह प्रतिबंध दिल्ली में प्रवेश करने वाले अन्य राज्यों में पंजीकृत वाहनों पर भी लागू होगा। दिल्ली सरकार ने सम-विषम व्यवस्था के दौरान 2000 निजी बसों की सेवाएं लेने की योजना पर काम कर रही थी जिसमें उसे आंशिक सफलता मिली है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम तक 837 निजी बसों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह संख्या एक हजार तक जा सकती है क्योंकि पंजीकरण के लिए कुछ घंटे बाकी हैं।’’ दिल्ली मेट्रो ने भी यात्रियों की सुविधा के लिए सम-विषम योजना की अवधि में 61 अतिरिक्त फेरे लगाने की घोषणा की है। इस अवधि में 294 ट्रेनों से कुल 5100 फेरे लगाए जाएंगे।
दिल्ली परिवहन निगम और क्लस्टर योजना की कुल 5600 बसें भी यात्रियों के लिए उपलब्ध होंगी। कैब संचालक ओला और उबर ने घोषणा की है कि वे योजना के दौरान किराये में बढ़ोतरी नहीं करेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली गंभीर वायु प्रदूषण का सामना कर रही है। रविवार दोपहर दो बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 489 पर रहा जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।