Singhu Border Murder Case: सिंघू बॉर्डर हत्याकांड के आरोपी सरबजीत को पुलिस ने किया गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक, सिंघू बॉर्डर हत्याकांड में दो आरोपियों की पहचान हुई है। वहीं कुंडली में एक व्यक्ति का शव मिलने के मामले में हरियाणा पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।
नई दिल्ली। सिंघू बॉर्डर पर लखबीर सिंह हत्याकांड के आरोपी निहंग सरबजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल कराने के बाद शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। सिंघु बॉर्डर की घटना को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने हाई लेवल बैठक की है। सीएम की बैठक में अनिल विज और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए हैं। कुंडली में एक व्यक्ति का शव मिलने के मामले में हरियाणा पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
सोनीपत पुलिस के मुताबिक, सरबजीत सिंह पिता कश्मीर सिंह निवासी विटवा गुरदासपुर पंजाब को सोनीपत पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सरबजीत सिंह को कुंडली बॉर्डर इलाके से गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा के कुंडली में एक व्यक्ति का शव मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त मोर्चा ने अपना बयान जारी कर दिया है, कानून अपना काम करेगा। हमारा इस तरह की घटना से कोई मतलब नहीं है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
गौरतलब है कि, हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति का शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृत व्यक्ति को सिखों की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए सजा दी गयी है।
मृतक की पहचान लखबीर सिंह के रुप में हुई
दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर किसानों के कुंडली स्थित प्रदर्शन स्थल के नजदीक एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और उसका हाथ काट दिया गया। उसके शरीर को भी धातु के तार से बांध दिया गया था। इस घटना के लिए कथित रूप से निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह को पंजाब के तरण तारण का एक मजदूर बताया गया है और उसकी आयु 35 वर्ष के आसपास है। उसका शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा बनाए एक मंच के पास स्थित है। सूत्रों के मुताबिक, लखबीर सिंह पंजाब का रहने वाला था और मजदूरी करता था। लखबीर सिंह के माता-पिता की मौत हो चुकी है और परिवार में एक बहन है। लखबीर सिंह की तीन बेटियां हैं, जो अपनी मां के साथ रहती हैं।
मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
सोनीपत पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘कुंडली पुलिस थाने को सुबह 5 बजे सूचना मिली कि किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास एक शव मिला है।’’ उन्होंने बताया कि मृतक ने केवल पतलून पहन रखी थी। पुलिस महानिरीक्षक, रोहतक रेंज, संदीप खिरवार ने बताया, ‘‘हमने एक मामला दर्ज किया है और दोषियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।’’ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल में भेजा गया है।
जानिए संयुक्त किसान मोर्चा ने क्या कहा?
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगती सीमाओं पर तीन स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बताया कि इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी निहंगों के समूह ने ली है। उनका दावा है कि मृतक ने सिखों की पवित्र किताब सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी। वरिष्ठ किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने बताया कि निहंगों के समूह ने कथित तौर पर उस व्यक्ति की हत्या की है और वे एसकेएम के प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मृतक कुछ समय से निहंगों के उसी समूह के साथ रह रहा था।
पुलिस ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह पंजाब के तरण तारण जिले के चीमा खुर्द का रहने वाला था और पेशे से मजदूर था। उसकी आयु 35 वर्ष के आसपास है। उसका शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा बनाए एक मंच के नजदीक है। किसानों का प्रदर्शन स्थल दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास सिंघू बार्डर पर स्थित है। एसकेएम ने कहा कि वह किसी भी धर्म के ग्रंथ या प्रतीक के अपमान के खिलाफ है लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। किसान निकाय ने कहा, ‘‘मौके पर मौजूद निहंग समूह ने घटना की जिम्मेदारी ली है और कहा कि यह इसलिए हुआ क्योंकि मृतक ने सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी।’’ एसकेएम ने मांग की कि हत्या और बेअदबी के पीछे की साजिश की जांच के बाद दोषियों को कानून के तहत सजा दी जानी चाहिए।