उत्तरकाशी: उत्तर भारत के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में हैं। उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्से बारिश की मार झेल रहे हैं। ऐसे में बारिश की वजह से होने वाली घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। बारिश के दौरान उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है। डिजास्टर मैनेजमेंट के सेक्रेटरी (इंचार्ज) एस ए मुरुगेसन ने कहा कि “उत्तरकाशी की तहसील मोरी में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई।”
बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं मोरी ब्लॉक के आराकोट गांव और आसपास के क्षेत्र में हुईं। सोमवार सुबह से ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। लगातार हुई भारी बारिश के बाद बादल फटने के मची तबाही का जायजा लेने के लिए प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव अमित नेगी मौके पर पहुंचे। नेगी ने बताया कि अभी तक सात व्यक्ति लापता हैं।
उन्होंने कहा,‘‘हमारा पूरा ध्यान अभी बचाव और राहत पहुंचाने पर है और बाद में ही हम इस बात का आंकलन कर पाएंगे कि इन घटनाओं में कितना नुकसान हुआ।’’ सोमवार सुबह मौसम साफ होने पर राहत और बचाव कार्य भी शुरू हो गया। बादल फटने से यमुना की सहायक नदियों में आयी बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचायी, जिससे आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गये।
इस बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर आपदा प्रबंधन सचिव और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के महानिरीक्षक संजय गुंज्याल सुबह बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिये हेलीकॉप्टर से आराकोट पहुंच गये।
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