दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में 11 माओवादियों ने ‘माओवाद की खोखली विचारधारा’ से तंग आकर आत्मसमर्पण कर दिया। हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले इन माओवादियों में एक महिला माओवादी भी शामिल है। पुलिस अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर एक इनामी माओवादी समेत 11 माओवादियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हथियार डालने वालों में 3 महिला माओवादी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक लगभग 400 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि माओवादियों के मलांगिर एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय महिला माओवादी रामबती बारसे (24) समेत 11 माओवादियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि महिला माओवादी रामबती पर एक लाख रुपये का इनाम था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आकर तथा लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर इन माओवादियों ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि माओवादियों के खिलाफ वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) लूटने, पुलिस दल पर गोलीबारी करने, वाहनों में आगजनी करने और माओवादी नेताओं के लिए बैठक की व्यवस्था करने के आरोप हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले 11 महीने से दंतेवाड़ा जिले के विभिन्न गांवों के माओवादी संगठन में सक्रिय सदस्यों की घर वापसी के लिए थाना, शिविरों और ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र में सक्रिय माओवादियों का नाम चस्पा कर लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 103 इनामी माओवादी सहित कुल 397 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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